
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में डायल 102 महतारी एक्सप्रेस के पायलट और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन कुछ समय के लिए हड़ताल पर हैं। जिसकी वजह से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में इमरजेंसी सेवा पूरी तरह से बंद हो गई है, जिससे गर्भवती महिलाओं के परिवार वालों को काफी परेशानी हो रही है। गर्भवती महिलाओं को घर से अस्पताल तक महतारी एक्सप्रेस एंबुलेंस से लाया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं के लिए महतारी एक्सप्रेस काफी महत्वपूर्ण साधन है, लेकिन पिछले छह दिनों से सेवा पूरी तरह से बंद होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने इन कर्मचारियों की हड़ताल को देखते हुए अब तक कोई वैकल्पिक समाधान नहीं बनाया है।
मांग पूरी ना होने तक हड़ताल रहेगी जारी
बता दें कि कर्मचारियों का कहना है कि वे तब तक काम पर नहीं लौटेंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती हैं। साथ ही, राज्य सरकार ने महतारी एक्सप्रेस के इन कर्मचारियों के आंदोलन का अब तक कोई समाधान नहीं किया गया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बहुत मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी का पहले से ही छत्तीसगढ़ के बस्तर वासी सामना कर रहे हैं। हड़ताली कर्मचारियों की मांग है कि एम्बुलेंस सेवा की नई सेवा प्रदाता कंपनी ने जारी किए गए भर्ती विज्ञापन को रद्द कर दिया जाए, दस साल से अधिक अनुभवी कर्मचारियों को उनके वर्तमान स्थान पर फिर से तैनात किया जाए और 2018 से बाकी बचे कर्मचारियों को फिर से तैनात किया जाए। वहीं बकाया वेतन भी भुगतान किया जाएगा।
गर्भवती महिलाओं को हो रही मुश्किलें
गर्भवती महिला के परिजनों को हड़ताल के कारण साधन नहीं मिलने की वजह से काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है। वहीं एक महिला को वाहन ना होने की वजह से गंभीर हालत में अस्पताल भेजा गया। ग्रामीणों ने बताया कि डॉक्टरों ने कहा कि जच्चा-बच्चा मर सकते थे, अगर उनको समय पर अस्पताल नहीं लाया जाता तो।
ये भी पढ़ें – CG: राहुल गांधी का बिलासपुर दौरा, बोले- जाति जनगणना हिंदुस्तान का एक्सरे