
Rajasthan: एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कुख्यात अशोक राठी गिरोह के सरगना को राजस्थान के दौसा इलाके से गिरफ्तार किया है। गैंगस्टर की पहचान गुरुग्राम के बसई एन्क्लेव निवासी कपिल उर्फ प्रदीप के रूप में हुई है। आपको बता दें कि ये 2019 में जेल से छूटने के बाद से सोनीपत (हरियाणा), मेहंदीपुर, दौसा (राजस्थान) और मथुरा (उत्तर प्रदेश) सहित विभिन्न स्थानों पर छिपा हुआ था।
विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव के अनुसार, सूचना मिली थी कि बसई में एक हत्या के मामले में वांछित कपिल दौसा के मेहंदीपुर में किसी गुप्त स्थान पर छिपा हुआ है। ख़बर मिलने का बाद उसे पकड़ने के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया था। उन्होंने कहा, “टीम मेहंदीपुर पहुंची और जमीनी कार्य और तकनीकी निगरानी के बाद, टीम एक धर्मशाला से आरोपी को पकड़ने में सफल रही। शुरू में, आरोपी ने छापेमारी करने वाली टीम को चकमा देने की कोशिश की, लेकिन बाद में वो टूट गया और अपराध के बारे में सारे खुलासा कर दिए।”
2009-10 में कपिल ने बसई के संदीप शूटर और ललित कटारिया के जरिए राठी से हाथ मिलाया और अपना क्रिमिनल करियर शुरू किया था। स्पेशल सीपी ने कहा, “तब से, उसने जबरन वसूली, हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती की तैयारी, अपहरण, आर्म्स एक्ट आदि सहित कई जघन्य अपराध किए हैं।”
पूछताछ में कपिल ने ये भी खुलासा किया कि उसके गिरोह की मंजीत महल गिरोह (दिल्ली में सक्रिय) के साथ सांठगांठ थी और दोनों गिरोहों के बीच आपसी समझ थी कि किसी भी जरूरत के मामले में वे एक-दूसरे का समर्थन करेंगे। अधिकारी ने कहा, “दूसरी ओर, उनके प्रतिद्वंद्वी गिरोह यानी बसई के राजू गिरोह, गुरुग राम का कला जठेड़ी और लारवेंस बिस्नोई गिरोह से जुड़ाव था।”