
यशस्वी जायसवाल ने इतिहास रच दिया है। 21 साल की उम्र में उन्होंने टेस्ट डेब्यू पर शतक जड़ दिया है। यशस्वी डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ने वाले तीसरे भारतीय सलामी बल्लेबाज बन गए हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ डोमिनिका टेस्ट में उन्होंने 387 गेंदों का सामना किया और 171 रन बनाए। शिखर धवन ने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली टेस्ट में और पृथ्वी शॉ ने 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ राजकोट में डेब्यू टेस्ट में बतौर सलामी बल्लेबाज शतक जड़ा था। यशस्वी ने विदेशी जमीन पर डेब्यू करते हुए पहले ही टेस्ट में शतक लगाकर नया कीर्तिमान बना दिया। वह ऐसा करने वाले पहले भारतीय ओपनर हैं।
यशस्वी को आमतौर पर आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है। ऐसे में दिग्गजों को संदेह था कि टेस्ट क्रिकेट में यह बल्लेबाज बेशुमार उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाएगा। पर यशस्वी ने अपनी बल्लेबाजी में कमाल का संयम दिखाया। इस पूरी पारी में यशस्वी के बल्ले से 16 चौके और 1 छक्का आया। डेब्यू टेस्ट में 150 रनों का आंकड़ा पार करने वाले यशस्वी भारत के तीसरे बल्लेबाज बन गए। इससे पहले शिखर धवन ने अपने डेब्यू टेस्ट में 187 और रोहित शर्मा ने 177 रनों की पारी खेली थी।
मैन ऑफ द मैच यशस्वी जायसवाल के 171 रन और अश्विन के 12 विकेट की बदौलत भारत ने वेस्टइंडीज को पहले टेस्ट में 1 पारी और 141 रन से हरा दिया है। टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी 5 विकेट के नुकसान पर 421 रन बनाकर घोषित की। बदले में वेस्टइंडीज की टीम दूसरी पारी में 130 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। विंडीज पहली पारी में भी 150 रन ही बना सकी थी। कप्तान रोहित शर्मा ने शुभमन गिल को फर्स्ट डाउन भेजते हुए यशस्वी को सलामी बल्लेबाजी का मौका दिया। यशस्वी ने मौके की नजाकत को समझते हुए कप्तान के साथ 75.3 ओवर में 229 रन जोड़ दिया।
इसके बाद रोहित जरूर 10 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 103 रन बनाकर चलते बने, लेकिन यशस्वी ने एक पल के लिए भी अपना ध्यान भंग नहीं होने दिया। दूसरे दिन जब भारतीय सलामी बल्लेबाज मैदान पर उतरे, तब विकेट स्पिनर्स के लिए खासा अनुकूल नजर आ रही थी। गेंदे काफी ज्यादा घूम रही थीं। रोहित शर्मा 39 टेस्ट पारियों में अब बतौर ओपनर सर्वाधिक 7 टेस्ट शतक लगा चुके हैं, ऐसे में उन्हें ऐसी परिस्थितियों का सामना करने का अनुभव है।
यशस्वी ने डेब्यू टेस्ट में जिस तरीके से अच्छी गेंदों को विकेटकीपर के दस्तानों में जाने दिया, उसने दिखाया कि यह बल्लेबाज आसानी से मौके गंवाने वालों में से नहीं है। डोमिनिका में धूप काफी तेज थी, लेकिन यशस्वी के हौसले के आगे सब फीका पड़ गया। धमाकेदार डेब्यू के बाद उम्मीद है कि 21 वर्षीय युवा खिलाड़ी यशस्वी जयसवाल का संघर्ष रंग लाएगा। यशस्वी अपनी बल्लेबाजी से टीम इंडिया को ढेरों मुकाबले जिताएगा। शतकों का अंबार लगाएगा।