
सौसर को जिला बनाने की मांग अब आग की लपटों से भी तेज़ हो चुकी है. शुक्रवार को करणी सेना ने सौसर को जिला बनाने की मांग को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. करणी सेना ने नगर के रेलवे क्रॉसिंग स्थित महाराणा प्रताप चौक से रैली निकाली। रैली नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए तहसील कार्यालय पहुँची जहाँ एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया।
आपको बता दें कि पिछले दिनों सौसर के जाम साँवली मंदिर में प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने पांढुर्णा को छिंदवाड़ा से अलग कर एक नया जिला बनाने की घोषणा की थी। इस नए जिले का निर्माण सौसर और पांढुर्णा को मिलाकर बताया गया था. मुख्यमंत्री द्वारा इस घोषणा के बाद सौसर के कई सामाजिक, धार्मिक, राजनैतिक संगठनों के साथ- साथ विधायक विजय चौरे ने भी इसका विरोध जताया था।
वही सौसर के लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सौसर में बिना किसी सर्वे किये बिना किसी के राय लिए सौसर को पांढुर्णा में शामिल करने की घोषणा कर देते है जिसका हम विरोध करते हैं। सौसर जिला बनाओं अभियान समिति ने सभी राजनैतिक दल के लोगों को एक मंच पर लाकर एक नई जंग छेड़ दी है। समिति के सदस्य लगातार आपत्ति दर्ज कर रहे है। पिछले दिनों उन्होंने बानियान मार्च निकालकर विरोध जताया था।
क्या कहना है करणी सेना का?
वही करणी सेना के संभाग अध्यक्ष अरुण प्रताप सिंह का कहना है कि हमें किसी भी राजनैतिक दल से कोई लेना देना नहीं है, हमारी लड़ाई अन्याय के खिलाफ और अपने हक अधिकार की है. हमारा पांढुर्णा को जिला बनाए जाने को लेकर भी कोई विरोध नहीं है। विरोध केवल सौसर के लोगों से या जनप्रतिनिधि से बिना अनुमति लिए बगैर घोषणा करने का है। हम मुख्यमंत्री महोदय से निवेदन करते है कि सरकार सौसर जिला बनाओं अभियान समिति की मांग पूरा करें अन्यथा हम आने वाले विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
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