Dravid Tendulkar: क्या राहुल द्रविड़ सचिन के आभामंडल में छिप गए?
Dravid Tendulkar:
राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर में ज्यादा महान कौन, यह डिबेट बरसों से चली आ रही है। राहुल अपनी क्लास का एक ऐसा बच्चा था, जिसे क्लास टीचर बगैर कुछ सोचे-समझे मॉनिटर बना देते थे।
Dravid Tendulkar: दोनों महान खिलाड़ी के बचपन के किस्से
हमेशा पढ़ाई में लीन रहने वाला और सारी शैतानियों से दूर। आपको शायद पता नहीं होगा, 13 वर्ष की उम्र में सचिन तेंदुलकर नेट्स पर रोजाना 7 घंटे अभ्यास किया करते थे। जबकि 13 साल की उम्र में राहुल द्रविड़ नेट्स पर सिर्फ 15 मिनट प्रैक्टिस करते थे।
दरअसल राहुल द्रविड़ तब तक कन्फर्म नहीं थे, उन्हें क्रिकेटर ही बनना है या नहीं। एक मेहनती था लेकिन दूसरे के पास जन्मजात कंसंट्रेशन था। जिसके बारे में यह कहा जाता था कि वो चलती गाड़ी में भी अपनी किताब खत्म कर सकता है।
Dravid Tendulkar: राहुल द्रविड़ को डॉक्टरेट मिला
कोई भी शोर-शराबा उसका ध्यान नही भंग कर सकता। राहुल द्रविड़ के कोच कहते थे, जिस भी टास्क में वो लगता था बिल्कुल खो जाता था।।वो अगर हॉकी भी खेलता, तो भी इतनी ही बारीकी से खेलता। राहुल द्रविड़ को डॉक्टरेट मिला, तो उन्होंने यह कहकर मना कर दिया कि जिस डिग्री को पाने के लिए लोग वर्षों मेहनत करते हैं, उसे मैं ऐसे ही नहीं ले सकता।
Dravid Tendulkar: समकालीन सचिन का कद
एक दिवसीय और टेस्ट मैचों में दस हजार रन बनाना साधारण बात नही है, लेकिन उनके समकालीन सचिन का कद ऐसा था कि वो उनकी छत्रछाया से बाहर ही नही निकल पाए। किसी देश के पास इतने महान और समकालीन प्लेयर नहीं रहे।
शायद अगर राहुल द्रविड़ सचिन तेंदुलकर के दौर में नहीं होते, तो उनकी ख्याति कहीं ज्यादा होती। शुरू में राहुल द्रविड़ को वनडे के लायक नहीं माना गया था। पर इस खिलाड़ी ने वनडे खेला और क्या खूब खेला।
ऑस्ट्रेलियाई ओपनर मैथ्यू हेडन का बयान
राहुल द्रविड़ जब मैदान पर बल्लेबाजी करने उतरते थे, तब विपक्षी गेंदबाज उन्हें आउट करने के लिए तरस जाते थे। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ओपनर मैथ्यू हेडन ने कहा था, अगर एग्रेशन देखना है तो राहुल द्रविड़ की आंखों में देखो।
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरो को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए