
Ceasefire : गाजा में पिछले 15 महीनों से संघर्ष चल रहा था। अब सीजफायर लागू हो गया है। फिलिस्तीनी समय की बात करें तो 8 :30 बजे संघर्ष विराम लागू हो जाना था, लेकिन कुछ घंटों की देरी हो गई। इससे पहले इजरायल की ओर से कहा गया कि जब तक हमास रिहा होने वाले बंधकों के नाम नहीं सौंप देता, तब तक संघर्ष विराम शुरू नहीं होगा। कई घंटे बाद हमास की ओर से तीन बंधकों के नाम इस्राइल को सौंपे गए।
समझौते के अनुसार, 42 दिनों में इजरायली सेना गाजा के घनी आबादी वाले इलाकों से पीछे हटेगी। यहां के निवासी फिर से अपने घरों में वापस आ पाएंगे। सभी बंधकों को छुड़ाने के बाद ही इजरायल की सेना पीछे हटेगी।
इस सीजफायर और बंधक रिहाई की डील हो गई, जिससे इजरायल का एक बड़ा धड़ा खुश नहीं है, वहीं प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सीजफायर से पहले अपने बयान में कहा है कि अगर हमें लड़ाई पर लौटना पड़ा, तो हम ऐसा नए और सशक्त तरीकों से करेंगे। युद्धविराम समझौते का पहला चरण अस्थायी है। साथ ही दावा किया कि इसके लिए उनका पास जो बाइडेन और ट्रंप का समर्थन हासिल है।
तीन इजराइली बंधकों को रिहा
जानकारी के लिए बता दें कि बंधकों के रिहाई की डील हुई। हमास को बंधकों के नाम भी इजरायल को सौपने थे हमास की तरफ से नाम सौपने में देरी हुई हमास का कहना है कि कुछ तकनीकी कारणों की वजह से इन नामों को देने में देरी हुई। दरअसल, युद्धविराम के पहले दिन ही हमास बंधकों को छोड़ना था। तीन इजरायली बंधकों को रिहा करना था।
हमास ने बंधकों की लिस्ट इजरायल को दी है। कतर के जरिए यह लिस्ट इजरायल को दी है। इसमें रोमी गोनेन, एमिली दमारी और डोरोन स्टीनब्रेचर शामिल है। इसको लेकर इजरायल सरकार की तरफ से भी जानकारी दी गई है। हमाल की तरफ से जारी लिस्ट मिल गई है। इसके बाद समझा जा सकता है कि अब युद्ध विराम आधिकारिक रूप से लागू हो गया है।
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