
America : अमेरिका ने भारतीय छात्रा नीलम शिंदे के परिवार को वीजा दे दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय के दखल के बाद यह संभव हुआ। नीलम शिंदे के पिता ने विदेश मंत्रालय से इमरजेंसी वीजा की अपील की थी।
छात्रा नीलम शिंदे को कैलिफोर्निया में एक कार ने टक्कर मार दी थी। टक्कर के बाद वह कोमा में चली गई। आरोपी कार चालक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नीलम महाराष्ट्र के सातारा जिले की रहने वाली हैं। चार साल से अमेरिका में रह रही हैं।
परिवार का रहना जरूरी
नीलम शिंदे के परिवार के अनुसार छात्रा नीलम आईसीयू में भर्ती हैं। नीलम शिंदे के हाथ-पैर में फ्रैक्चर हैं। सिर में गंभीर चोट है। हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने ब्रेन की सर्जरी के लिए परिवार से अनुमति मांगी है। नीलम की देखभाल के लिए परिवार का वहां रहना जरूरी है।
इमरजेंसी वीजा की मांग की थी
छात्रा के पिता ने अमेरिकी दूतावास से इमरजेंसी वीजा की मांग की थी। दूतावास ने आज सुबह नौ बजे इंटरव्यू के लिए बुलाया था। पिता तानाजी शिंदे ने बताया कि उन्हें इस दुर्घटना की जानकारी 16 फरवरी को मिली थी।
मदद की अपील की
नीलम शिंदे के परिवार वीजा आवेदन के लिए स्लॉट बुक कर रहा था लेकिन उन्हें अगले साल की तारीख मिल रही थी। इसके बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार सांसद सुप्रिया सुले ने सोशल मीडिया पर यह मामला उठाया साथ ही विदेश मंत्री एस जयशंकर से मदद की अपील की।
इमरजेंसी वीजा जारी करता है
बता दें कि परिवार के किसी सदस्य की मौत गंभीर बीमारियों के इलाज या मानवीय संकट जैसी स्थिति में अमेरिका दूसरे देशों के नागरिकों को इमरजेंसी वीजा जारी करता है। आवेदन से लेकर वीजा जारी होने तक की पूरी प्रक्रिया में दो से पांच दिन लग सकते हैं। आमतौर पर इमरजेंसी वीजा अपॉइंटमेंट कुछ दिनों के भीतर मिल सकता है। अगर मंजूरी मिल जाती है तो यह 24 से 48 घंटे के भीतर जारी किया जा सकता है।
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