
Disorder : डिसोसिएटिव आइडेंटिटी डिसऑर्डर जिसे लोग मल्टीपल पर्सनेलिटी डिसऑर्डर के नाम से भी जानते हैं। यह एक प्रकार का मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है। इस डिसऑर्डर में व्यक्ति दो या दो से अधिक व्यक्तित्व जी रहा होता है। ये व्यक्तित्व अलग-अलग समय पर आपके व्यवहार को नियंत्रित करते है।
इसमें व्यक्ति की दो या उस से अधिक पहचान होती है। बार-बार व्यक्तित्व बदने के कारण आपकी याददाश्त पर असर पड़ता है। जिसकी वजह से आपको व्यक्तित्व के बदलते समय का कुछ भी याद नहीं रहता। मल्टीपल पर्सनेलिटी डिसऑर्डर को हिन्दी में विघटनकारी पहचान विकार कहा जाता है। जिसे पहले बहु-व्यक्तित्व विकार और विभाजित व्यक्तित्व विकार के रूप में जाना जाता था। ‘विघटन’ का अर्थ होता है सामान्य से अलग होना।
प्रत्येक व्यक्तित्व का अलग व्यवहार, विचार, अभिव्यक्तियाँ और यादें हो सकती हैं। यहां तक की अलग जातीयता, लिंग पहचान और अपने वातावरण के साथ बातचीत करने का तरीका भी हो सकता है। यह डिसऑर्डर आपके दैनिक जीवन में काम करने की क्षमता में बाधा डालता है। लोगों के साथ आपके रिश्तों को भी प्रभावित करता है।
डिसोसिएटिव आइडेंटिटी डिसऑर्डर के रूप
डिसोसिएटिव आइडेंटिटी डिसऑर्डर में व्यक्तित्व के दो रूप होते हैं –
कब्जा : यह इस प्रकार है जैसे किसी बाहरी व्यक्ति ने आपके शरीर पर नियंत्रण कर लिया हो। स्पष्ट रूप से दिखने वाला परिवर्तन आप में देखा जा सकता है। अलग तरीके से बोलना या काम करना।
गैर-अधिकार : आप अचानक अपने आत्म-पहचान में बदलाव महसूस करते हैं। आप खुद की भावनाओं, वाणी, और व्यवहार पर नियंत्रण नहीं रख पाते। साथ ही ऐसा महसूस करते हैं जैसे कि यह सब आपके शरीर के बाहर हो रहा है या खुद को किसी फिल्म में देख रहे हों।
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