
The murder of Kangana’s co-star Kritika: सपनों की नगरी मुंबई में हर रोज न जाने कितने नौजवान फिल्मी दुनिया की चकाचौंध में अपनी किस्मत आजमाने आते हैं। इन्हीं में से एक थीं कृतिका चौधरी, जो अपने अभिनय करियर की शुरुआत करने मुंबई पहुंची थीं। कृतिका ने लंबे संघर्ष के बाद स्टार प्लस के शो ‘परिचय’ में छोटी सी भूमिका पाई थी और टीवी इंडस्ट्री में कदम रखा था। धीरे-धीरे उन्हें ‘सावधान इंडिया’ और बालाजी प्रोडक्शन के शोज़ में भी काम मिलने लगा था।
आखिरकार, कृतिका को कंगना रनोट की फिल्म ‘रज्जो’ में उनकी बहन की भूमिका मिली। उनकी जिंदगी के सपनों को पंख मिलने लगे थे, लेकिन 12 जून 2017 को उनकी जिंदगी हमेशा के लिए थम गई।
The murder of Kangana’s co-star Kritika: मृत्यु और जाँच का प्रारंभिक चरण
साल 2017 में कृतिका का शव उनके फ्लैट में सड़ता हुआ मिला। उनकी लाश चार दिनों से बंद फ्लैट में सड़ रही थी, जिसकी दुर्गंध छिपाने के लिए घर का एसी खुला छोड़ा गया था। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि कृतिका एक ड्रग एडिक्ट थीं, जिन्होंने कई बार आत्महत्या की कोशिश की थी।
पुलिस ने घर की जांच में पाया कि कृतिका के सिर पर गहरा जख्म था, जिससे खून बह रहा था। उनके पास से पुलिस को उंगलियों में पहनने वाला ब्रास नकल मिला, जिसमें खून के निशान थे। शव के पास सफेद पाउडर (ड्रग्स) भी बरामद हुआ।
हत्या का खुलासा और आरोपी की गिरफ्तारी
कृतिका के फ्लैट की जांच में पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में दो अज्ञात लोग दिखाई दिए। इन्हें पकड़ने के लिए पुलिस ने व्यापक जांच शुरू की और मुखबिरों की मदद से इन दोनों को पनवेल से गिरफ्तार किया गया। उनकी पहचान शकील नसीम और वासुदास के रूप में हुई। जांच में सामने आया कि नसीम खान एक ड्रग डीलर था, जिसने कृतिका को ड्रग्स बेची थीं और कृतिका के पास उसके 6000 रुपए बकाया थे।
8 जून को नसीम ने ठान लिया कि वह कृतिका से पैसे लेकर ही रहेगा। उसने अपने दोस्त वासुदास को साथ चलने के लिए मना लिया। दोनों कृतिका के घर पहुंचे, जहां बातचीत बहस में तब्दील हो गई। बहस के दौरान नसीम ने अपने हाथ में पहने हुए ब्रास नकल से कृतिका के सिर पर हमला कर दिया।
पुलिस के अनुसार, नसीम खान ने कृतिका की हत्या की साजिश पहले से ही रची थी। हत्या के बाद उन्होंने लाश को सड़ने से बचाने के लिए एसी चालू कर दिया और वहां से भाग निकले।
परिवार का दुःख और संदेह
कृतिका के परिवार को उनकी हत्या की खबर मिलने पर गहरा सदमा लगा। उनके भाई दीपक का मानना था कि कृतिका आसानी से 6000 रुपए लौटा सकती थीं, लेकिन शकील और वासुदास ने उनकी हत्या कर दी। कृतिका के घर में 22,000 रुपए भी मिले थे, जिसे उन्होंने नहीं छुआ था।
की हत्या ने फिल्म इंडस्ट्री और उनके प्रशंसकों को झकझोर कर रख दिया। उनके परिवार और दोस्तों को यकीन नहीं हो रहा था कि कृतिका अब उनके बीच नहीं रहीं। कृतिका के परिवार ने पुलिस से न्याय की मांग की है और उम्मीद जताई है कि दोषियों को सख्त सजा मिलेगी।
कृतिका चौधरी को उनके अभिनय करियर में ‘परिचय’, ‘सावधान इंडिया’, और ‘रज्जो’ जैसी फिल्मों और शोज़ में देखा गया था। उनके भाई दीपक के अनुसार, कृतिका जल्द ही डायरेक्शन में कदम रखने वाली थीं और उन्हें एक टीवी सीरियल में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम मिला था। लेकिन, उनका यह सपना अधूरा रह गया।
मुंबई पुलिस ने कृतिका चौधरी के हत्या मामले में गहन जांच जारी रखी है, ताकि इस दुखद घटना के सभी पहलुओं का खुलासा हो सके और न्याय सुनिश्चित हो सके।
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप