
देश में मोबाइल फोन का उत्पादन बीते 9 वर्षों में 20 गुना बढ़ गया है, इस खबर की जानकारी इलेक्ट्रॉनिक और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्री अश्विनी वैष्णव के एक सोशल मीडिया पोस्ट में दी गई है। उन्होंने बताया कि मोबाइल फोन आयात पर निर्भरता में कमी हो गई है, और इसका उत्पादन 2014 में तुलना में बड़ी हद तक बढ़ गया है। उनके अनुसार, 2014 में भारतीय मोबाइल इंडस्ट्री 78% आयात पर निर्भर थी, जबकि 2023 में भारत में बिकने वाले मोबाइल फोनों की 99.2% निर्माण ‘मेड इन इंडिया’ हैं।
इस दौरान, जुलाई-सितंबर क्वार्टर में 4.3 करोड़ स्मार्टफोन बिके और इसमें सैमसंग ने 18% मार्केट शेयर के साथ शीर्ष स्थान पर रहा, जबकि शाओमी और वीवो ने दूसरे और तीसरे स्थान पर रैंक किया, उनकी थोक बिक्री 76 लाख और 72 लाख थीं। रियलमी और ओप्पो भी इस लिस्ट में शामिल हैं, जबकि उनकी थोक बिक्री 58 लाख और 44 लाख रहीं।
एंट्री लेवल 5G स्मार्टफोन की डिमांड बढ़ी
पिछले क्वार्टर में मोबाइल कंपनियों ने मार्केट में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए नए 5G स्मार्टफोन लांच किए हैं, जिससे एंट्री लेवल 5G स्मार्टफोन की डिमांड तेजी से बढ़ी है। प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट में भी अच्छी ग्रोथ रही है। इसमें सैमसंग की S23 सीरीज और एपल के आइफोन-14 और आइफोन-13 पर मिलने वाले आफर्स का योगदान रहा है।
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