3D Printed Rocket: एक बार फिर फेल हुई ‘टेरान‘ की लॉन्चिंग, 3डी प्रिटिंग से बना है 110 फुट का रॉकेट

3D Printed Rocket: लगभग पूरी तरह 3डी प्रिंटेड (3D Printed) तकनीक से बने रॉकेट ‘टेरान’ की पहली उड़ान शनिवार को नाकाम रही। यह रॉकेट एक के बाद एक लॉन्च में नाकाम होने के बाद अपने लॉन्च पैड पर ही खड़ा है। शनिवार को इंजन चालू हुआ, लेकिन अचानक बंद हो गया जिससे रिलेटिविटी स्पेस का रॉकेट ‘टेरान’ अपने पैड पर ही खड़ा रहा। इसे केप केनवरल स्पेस फोर्स स्टेशन से दोबारा उड़ाने की कोशिश की गयी, लेकिन फ्लाइट कम्प्यूटर ने 45 सेकंड शेष रहते उलटी गिनती रोक दी।
अचानक बंद हो गया इंजन
रिलेटिविटी स्पेस ने शनिवार को पहली बार समस्या के लिए स्वचालित सॉफ्टवेयर को और दूसरी बार समस्या के लिए ईंधन के कम दबाव को जिम्मेदार ठहराया। इस रॉकेट का बुधवार को भी प्रक्षेपण करने की कोशिश की गयी थी, लेकिन खराब वॉल्व के कारण एक मिनट के भीतर यह प्रयास नाकाम हो गया। अभी कंपनी ने यह नहीं बताया कि वह फिर कब प्रक्षेपण का प्रयास करेगी। यह रॉकेट 110 फुट लंबा है।
3डी प्रिंटरों से बना 85 फीसदी रॉकेट
रिलेटिविटी स्पेस ने कहा कि इंजन समेत रॉकेट का 85 प्रतिशत हिस्सा कैलिफोर्निया के लॉन्ग बीच में कंपनी के मुख्यालय में रखे बड़े 3डी प्रिंटरों से बनाया गया है। दूसरी ओर अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के स्पेसएक्स मिशन के साथ चार अंतरिक्ष यात्री शनिवार देर रात को धरती पर लौटे। उनका कैप्सूल टेम्पा के समीप फ्लोरिडा तट पर मेक्सिको की खाड़ी में उतरा। अमेरिका, रूस और जापान के चालक दल के सदस्यों ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र में करीब पांच महीने बिताए।
धरती पर लौटे अंतरिक्ष यात्री चाय को तरसे
यह मिशन गत अक्टूबर में रवाना हुआ था। नासा की निकोल मैन की अगुवाई में अंतरिक्ष यात्री शनिवार सुबह अंतरिक्ष केंद्र से रवाना हुए। निकोल अंतरिक्ष में उड़ान भरने वाली अमेरिका की पहली मूल निवासी महिला हैं। निकोल ने कहा कि वह अपने चेहरे पर हवाओं को महसूस करने, ताजा घास की सुगन्ध और कुछ स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद चखने के लिए बेताब हैं। जापानी अंतरिक्ष यात्री कोइची वकाता ने सुशी खाने की इच्छा जतायी जबकि रूसी अंतरिक्ष यात्री एना किकिना ‘असली कप न कि प्लास्टिक बैग से गर्म चाय’ पीने के लिए तरस रही हैं।
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