नीमच-मंदसौर को मिलेगी नई पहचान, चीता प्रोजेक्ट और उद्योगों से बढ़ेगा विकास : सीएम मोहन यादव

नीमच-मंदसौर को मिलेगी नई पहचान, चीता प्रोजेक्ट और उद्योगों से बढ़ेगा विकास : सीएम मोहन यादव
Madhya Pradesh : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा औषधीय वनस्पति की राजधानी नीमच और मंदसौर को चीता प्रोजेक्ट के साथ औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार से एक नई पहचान मिलेगी।
विकास के बदलते दौर में प्रदेश के जंगल आबाद हो रहे हैं। जियो और जीने दो की भावना भी विकसित हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में जारी विकास प्रक्रिया से प्रदेश का परिदृश्य तेजी से बदल रहा है।
औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार से नई पहचान मिलेगी
12 प्रतिशत की तेज गति से बढ़ रही औद्योगिक विकास दर के साथ, नीमच-मंदसौर क्षेत्र, जो राजस्थान का प्रवेश द्वार भी है और रामपुरा के अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य से समृद्ध है, औषधीय वनस्पति की राजधानी के रूप में पहचाना जाता है। अब चीता प्रोजेक्ट और औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार से इस क्षेत्र को एक नई पहचान मिलेगी।
गांवों में होमस्टे जैसी सुविधाएं विकसित होंगी
गांधी सागर क्षेत्र में चीतों के आने से मंदसौर-नीमच क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे गांवों में होमस्टे जैसी सुविधाएं विकसित होंगी। राज्य सरकार ने गांधी सागर डैम के जल से सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया। जनता की बेहतरी के लिए राज्य सरकार हर सम्भव प्रयत्नशील है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने नीमच में 150 करोड़ की लागत से स्थापित वस्त्र निर्माण इकाई का लोकार्पण किया। प्रथम चरण में इस वस्त्र निर्माण इकाई में 750 महिलाओं को रोजगार मिल रहा है।
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