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आम आदमी की जेब होगी ढीली, केंद्र सरकार ने बढ़ाया LPG गैस सिलेंडर का दाम, 8 अप्रैल से लागू होंगी नई कीमतें

LPG Gas Cylinder : महंगाई के समय में एक बार फिर आम आदमी को झटका लगा है। आज यानी 7 अप्रैल को केंद्र सरकार ने एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी की है। सब्सिडी वाले और सामान्य श्रेणी के ग्राहकों दोनों के लिए कीमत में बढ़ोतरी की गई है। नई कीमतें 8 अप्रैल से लागू होंगी। बता दें कि यह घोषणा सरकार के पेट्रोल-डीजल पर 2-2 रुपए एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने के ऐलान के तुरंत बाद की गई है।

हरदीप सिंह पुरी ने दी जानकारी

केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, ‘एलपीजी के प्रति सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये की बढ़ोतरी होगी। PMUY लाभार्थियों को जो सिलेंडर अब तक 500 रुपये में मिल रहे थे, वो अब 550 रुपये में मिलेंगे। वहीं, गैर लाभार्थियों को मिलने वाली सिलेंडर गैस की कीमत 803 रुपये से बढ़कर 853 रुपये हो जाएगी। बता दें कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के तहत, सरकार का लक्ष्य ग्रामीण भारत में गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) परिवारों की महिलाओं को स्वच्छ खाना पकाने का ईंधन, विशेष रूप से एलपीजी उपलब्ध कराना है।

पेट्रोल और डीजल पर नहीं पड़ेगा पर असर

हरदीप सिंह पुरी ने कहा, यह एक ऐसा कदम है जिसकी हम आगे समीक्षा करेंगे। हम हर 2-3 सप्ताह में इसकी समीक्षा करते हैं। इसलिए, आपने जो उत्पाद शुल्क में वृद्धि देखी है, उसका बोझ पेट्रोल और डीजल पर उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगा। उस उत्पाद शुल्क वृद्धि का उद्देश्य तेल विपणन कंपनियों को 43,000 करोड़ रुपये की भरपाई करना है। जो उन्हें गैस के कारण नुकसान के रूप में हुआ है।”

पुरी ने कहा, “आपने वित्त मंत्रालय की एक अधिसूचना देखी होगी जिसमें कहा गया है कि पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 2 रुपये की बढ़ोतरी की जा रही है। मैं पहले ही स्पष्ट कर दूं कि इसका बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं डाला जाएगा।

कच्चे तेल की कीमत 60 डॉलर प्रति बैरल हुई

बता दें कि कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमत वर्तमान में लगभग 60 डॉलर प्रति बैरल हो गई है, लेकिन यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हमारी तेल विपणन कंपनियां 45 दिनों तक का स्टॉक रखती हैं। अगर हम जनवरी की बात करें, तो उस समय कच्चे तेल की कीमत 83 डॉलर प्रति बैरल थी, जो बाद में घटकर 75 डॉलर प्रति बैरल हो गई थी। इस समय, उनके पास जो कच्चे तेल का स्टॉक है, वह औसतन 75 डॉलर प्रति बैरल के हिसाब से है। ऐसे में, आप उम्मीद कर सकते हैं कि जैसे-जैसे वैश्विक कीमतें घटेंगी, तेल विपणन कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भी कमी करेंगी।

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