
आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट पेश किया है। उन्होंने हजारों रुपये की योजनाओं का ऐलान किया है, साथ ही आम आदमी को कई तरह की राहतें भी दीं है। ऐसे में सत्तरुढ़ दल के नेताओं ने इस बजट की जमकर तारीफ की है। तो वहीं विपक्ष इस बजट से खुश नजर नहीं आ रहा है। इसी कड़ी में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बजट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर किया,
भाजपा अपने बज़ट का दशक पूरा कर रही है, पर जब जनता को पहले कुछ न पहले कुछ न दिया तो अब क्या देगी। भाजपाई बजट महंगाई व बेरोजगारी को और बढ़ाता है। किसान, मजदूर, युवा, महिला, नौकरीपेशा, व्यापारी वर्ग में इससे आशा नहीं निराशा बढ़ती है क्योंकि ये चंद बड़े लोगों को ही लाभ पहुंचाने के लिए बनता है।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
‘महंगाई पर बात नहीं की… बेरोजगारी पर कोई बात नहीं की।’ इसके अलावा उन्होंने कहा कि मनरेगा पर कुछ नही बोले, काम नहीं दे रहे हैं, इसलिए मुफ़्त राशन दे रहे हैं। इकोनॉमी की रफ्तार तो बहुत कम हो गई है। वहीं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शशि थरूर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शशि थरूर से इस बजट का सर्टिफिकेट मत लीजिए. देश की जनता खुश है। दुनिया की तुलना में भारत में महंगाई सबसे कम है। वर्ल्ड बैंक भारत की इकोनॉमी की तारीफ कर रहा है। हम अर्थव्यवस्था में 10वें से 5वें पर पहुंच गए हैं, जो इसको नहीं देखना चाहता… उनको नमस्ते.. देश देखेगा.
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने भी बजट पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि किसी भी टैक्स कट का स्वागत करता हू अभी बजट को देखना है उसके बाद ही रिएक्शन दे पांऊगा। पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस पार्टी के प्रमुख फारूक अब्दुला ने कहा कि बजट है सबको कुछ न कुछ दिया गया है उम्मीद है कि चुनाव होंगे।