कोविड-19 प्रबंधन हेतु गठित टीम-09 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देश

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लखनऊ: CM योगी ने टीम09 को दिशा- निर्देश देते हुए कहा कि एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट की नीति के साथ-साथ तेज टीकाकरण की नीति से उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने में बड़ी सहायता मिली है। देश मे सर्वाधिक आबादी वाले राज्य में हर दिन ढाई लाख से तीन लाख सैम्पल की जांच की जा रही है और पॉजिटिविटी दर 0.02 फीसदी है। 21 जुलाई तक प्रदेश में 04 करोड़ 20 लाख 39 हजार से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। टीकाकरण की सुगमता के लिए ऑनलाइन पंजीयन के माध्यम से टाइम स्लॉट जारी कर, तद्नुरूप वैक्सीनेशन किया जाए।

टीम-09 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देश

-प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। जनपद अलीगढ़, बलरामपुर, बस्ती, एटा, महोबा, ललितपुर, हाथरस, श्रावस्ती में अब कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। बीते कई दिनों से किसी भी जिले में दोहरे अंक में नए केस नहीं मिल रहे हैं। यह स्थिति बताती है कि प्रदेश में महामारी की स्थिति पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 1,028 है। ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति कारगर रही है। इसी के अनुरूप सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं।

ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे

-ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। विगत 24 घंटे में 02 लाख 34 हजार से अधिक कोविड सैम्पल की जांच की गई और 53 नए मरीजों की पुष्टि हुई, जबकि 56 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। इस अवधि में पॉजिटिविटी दर 0.02% रही। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6% है। 44 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 31 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए।अब तक 06 करोड़ 33 लाख 07 हजार से अधिक कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। 16 लाख 84 हजार 286 से अधिक प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं।

घर-घर पर दस्तक अभियान” को प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए

-टीबी के सक्रिय मरीज, डेंगू, फाइलेरिया, मलेरिया और इंसेफेलाइटिस आदि से ग्रसित मरीजों की पहचान और उपचार के लिए “घर-घर पर दस्तक अभियान” को प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। अभियान के दौरान लोगों को स्वच्छता, सैनीटाइजेशन, पोषण युक्त भोजन आदि की महत्ता के प्रति जागरूक किया जाए। नियमित टीकाकरण सत्रों में 02 साल तक के बच्चों को जेई का टीका लगाया जाए। इस अभियान के उपरांत 26 जुलाई से “आयुष्मान भारत” योजनांतर्गत गोल्डन कार्ड बनाये जाने के लिए विशेष अभियान संचालित किया जाए।

कोरोना काल के बीच भी किसानों से गेहूं खरीद जारी रही

-उत्तर प्रदेश में इस वर्ष गेहूं खरीद में रिकॉर्ड बनाया गया है। कोरोना काल के बीच भी किसानों से गेहूं खरीद जारी रही। खरीद के 72 घंटे के भीतर भुगतान सुनिश्चित किया गया। इससे किसानों को बड़ा संबल मिला। पूरी प्रक्रिया पारदर्शी रही। इसी प्रकार अब धान खरीद की तैयारी की जाए। किसानों के हित को दृष्टिगत रखते हुए धान खरीद की नीति तैयार की जाए।

नदियों के जलस्तर की सतत मॉनीटरिंग की जाए

-बाढ़/अतिवृष्टि की स्थिति पर सतत नजर रखी जाए। नदियों के जलस्तर की सतत मॉनीटरिंग की जाए। पलियाकलां में शारदा नदी,  बाराबंकी में सरयू और गोंडा में कुंआनो नदी खतरे के निशान से थोड़ा ऊपर बह रही है।एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा आपदा प्रबंधन टीमों को 24×7 एक्टिव मोड में रहें। नौकाएं, राहत सामग्री आदि के प्रबंध कर लिए जाने चाहिए। बाढ़/अतिवृष्टि से पर प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में देर न हो।  प्रभावित परिवारों को हर जरूरी मदद तत्काल उपलब्ध कराई जाए।

40 लाख से अधिक अंत्योदय कार्डधारक परिवार इस निर्णय से सीधे लाभान्वित

-ऐसे अन्त्योदय कार्डधारक परिवार, जो प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अथवा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में से किसी भी योजना से आच्छादित नहीं हैं, को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में शामिल करने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय से समाज के अंतिम पायदान पर खड़े अन्त्योदय कार्डधारक परिवार को बीमारी की स्थिति में होने वाले खर्च से सुरक्षा मिलेगी। 40 लाख से अधिक अंत्योदय कार्डधारक परिवार इस निर्णय से सीधे लाभान्वित होंगे। सभी पात्र लोगों को योजना का लाभ दिलाया जाए।

रिपोर्ट- विक्रम सिंह राठौर

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