Uttarakhand

Uttarakhand: ऑपरेशन स्माइल की टीम ने बच्चे को परिजनों से मिलाया, हरिद्वार पुलिस ने मां की गलती सुधारी

हरिद्वार पुलिस के ऑपरेशन स्माइल टीम ने एक महत्वपूर्ण काम किया है, जिसमें वे एक रोडीबेल वाला चौकी क्षेत्र में एक बालक और बालिका को बचाया है जो गुम हो गए थे। पुलिस ने इन बच्चों से जानकारी प्राप्त की और उन्होंने अपना नाम बताया- मनीष और देविका। ये दोनों बच्चे अपनी माता की तलाश में थे।

इसके बाद  A.H.T.U. टीम ने इन दोनों के परिजनों की तलाश की, लेकिन बिना किसी सफलता के  इन बच्चों को बच्चों का बाल कल्याण समिति के आदेश पर खुला आश्रय गृह ज्वालापुर में सुरक्षित रखा गया।

बच्चों ने बताया कि वे अपनी माता को ढूंढ रहे थे, और एक ग्राम “मुंझेड़ा” को ढूंढने के लिए उन्होंने कई स्थानों पर जाकर काम किया है। पुलिस टीम ने उनके साथ काम किया और आसपास की जगहों पर तलाश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।

कुछ समय बाद, बच्चों के परिजनों ने खुद का पता दिया और उन्हें खोजने में सफल हो गए। यह खोज उनके मामा के घर में मिली, जो ग्राम जट मंझेड़ा, मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश में रहते थे।

माता के दूसरे पति की मौत के बाद, उनकी मानसिक स्वास्थ्य कमजोर हो गई थी, जिसके कारण वह बच्चों की देखभाल नहीं कर पा रही थी। इसके बाद उन्होंने अपने बच्चों को छोड़ दिया और हरिद्वार चली गई थी। ये दोनों बच्चे गंभीर ज़िंदगी में ज़रूरतमंद बन गए थे और उन्हें बचाने के लिए पुलिस की ऑपरेशन स्माइल टीम की मदद चाहिए थी।

माता ने अपनी गलतियों को स्वीकार किया और बच्चों को सुरक्षित खोजने के लिए उनके परिजनों का आभार जताया। उन्होंने वादा किया कि वह कभी भी ऐसी गलती दोहराने का मौका नहीं देंगी।

ये भी पढ़ें: आज से इंडिगो फ्लाइट का सफर होगा महंगा, ₹300 से ₹1000 तक एक्स्ट्रा फ्यूल चार्ज लेगी एयरलाइन

Related Articles

Back to top button