Delhi NCR

नौकरानी बनकर आई लड़की ने बहू बनकर लूटा, जांच में जुटी पुलिस

गाजियाबाद पुलिस ने शादी के बहाने अमीर परिवारों को ब्लैकमेल करने और धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया और मुख्य अपराधी को गिरफ्तार कर लिया। उसकी भतीजी, भाभी और अन्य रिश्तेदार अभी फरार हैं।

घरेलू सहायिका बनकर एक घर में घुसना
महिला डॉक्टर की मां और विकलांग भाई की देखभाल के लिए घरेलू सहायिका के रूप में घर में दाखिल हुई, मां की मौत के बाद जब डॉक्टर ने उसे नौकरी से निकालने के लिए कहा तो महिला ने उसे एक फोटो दिखाई और कहा कि वह नौकरानी नहीं बहू है। उस फोटो में लड़की पीड़ित के विकलांग भाई के बगल में माला डाले खड़ी थी।

डीसीपी ग्रामीण विवेक ने बताया कि नूरपुर गांव मसूरी निवासी सचिन कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी भतीजी प्रीति, जो एक विकलांग व्यक्ति से शादी करने का दावा करती है, प्रीति की चाची, सचिना की सगी बहन प्रवेश और उसकी रिश्तेदार नीलम अभी फरार हैं और उनकी तलाश अभी जारी है।

खुद को पत्नी बताकर संपत्ति हासिल करना चाहती थी
प्रीति सोनीपत के रोहट में रहने वाली है, जबकि नीलम मोदीनगर की रहने वाली हैं। डॉ आकांक्षा ने पुलिस से शिकायत की कि प्रीति को उसकी मां ने नौकरानी के रूप में काम पर रखा था। मां की मौत के बाद वह खुद को उसके विकलांग भाई की पत्नी बताकर घर और संपत्ति पर कब्जा करना चाहती है।

नीलम का सुधा के घर मुरादनगर आना-जाना था। पांच साल पहले सुधा के बड़े बेटे की एक दुर्घटना में मौत हो गई। डॉ सुधा कैंसर से पीड़ित थीं और उनके अलावा परिवार में केवल एक विकलांग बेटा शिवम है। लाखों की संपत्ति देखकर नीलम ने इसके बारे में सचिन को बताया और डॉक्टर से इसकी मांग की। सुधा शिवम से शादी करेगी, नहीं तो वंश कैसे चलेगा।

प्रीति ने खुद को बताया नौकर
जब सुधा की तबीयत खराब हुई तो आकांक्षा उसके घर आ गयी। उसके हाव-भाव देखकर उसे शक हुआ और वह प्रीति को एक कागज पर लिखने के लिए मजबूर करता है कि वह यहां नौकरानी है। सुधा को अगस्त में गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 8 अगस्त को उसकी मृत्यु हो गई।

अंतिम संस्कार के बाद डॉ. आकांक्षा प्रीति को अपनी नौकरी छोड़नी पड़ी और शिवम की देखभाल के लिए अपने पति के साथ अपनी मां के घर जाना पड़ा। इस पर प्रीति नाराज हो गई और बोली कि उसने शिवम से शादी कर ली है। उसने पुलिस से भी शिकायत की।

जब चारों ने देखा कि उनकी संपत्ति छीनी जा रही है तो वे उन्हें धमकाने लगे। बाद में जब वह पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा से मिली तो मामला सामने आया। सचिन के खिलाफ जमीन कब्जाने और धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं।

यह गिरोह अब तक चार लोगों को चूना लगा चुका है
डीसीपी ग्रामीण ने कहा कि पुलिस की जांच तेज होने पर चारों भाग गए थे। सचिन की गिरफ्तारी के बाद जब सोनीपत पुलिस प्रीति की तलाश में गई तो पता चला कि पहले भी चार लोगों से ठगी हो चुकी है। एक सरकारी अधिकारी के साथ संबंधों के जरिए उसने उस पर शादी करने का दबाव डाला और जब उसने इनकार कर दिया तो उसने 30 लाख रुपये की मांग की।

बाद में करीब 20 लाख रुपये चुराने के बाद उसे छोड़ दिया गया। सोनीपत की तीन अन्य निवासियों से शादी करने के बाद, उन्होंने उसे झूठे मामले में फंसाने और बदनाम करने की धमकी देकर उससे भी पैसों की ठगी की। प्रीति व अन्य के खिलाफ सोनीपत में भी दो मामले दर्ज हैं।

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