
Worthy of Praise: अमरोहा के गजरौला में एक गरीब शख्स ने ईमानदारी का एक ऐसा उदाहरण पेश किया कि जिसे सुन सभी उसकी तारीफ कर रहे हैं। कुछ लोग जहां सड़क पर पड़े चंद रुपये भी चुपचाप अपनी जेब में रखकर चलते बनते हैं, ऐसे में इस फकीर को वो सामान मिला जिसे बेचकर वो हर हाल में तकरीबन 5000 रुपये तो जुटा ही लेता। लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। वह थाने पहुंचा और कूड़े में मिला कीमती सामान पुलिस को सौंप दिया। अब इत्मीनान से समझिए की आखिर घटना क्या थी.
Worthy of Praise: दोपहर को पहुंचा था थाने
हल्के सर्द मौसम की गुनगुनी धूप में गजरौला थाने के प्रभारी निरीक्षक हरीश वर्धन खुले में कुर्सी पर बैठे फरियादियों की शिकायतें सुन रहे थे। वहीं इतने में एक ऐसा शख्स थाने में दाखिल हुआ जिसके लंबे-बिखरे बाल, चेहरे पर दाढ़ी और तन पर मैले फटे कपड़े उसकी हालत बयां कर रहे थे। कंधे पर कूड़े से भरा एक बोरा और शरीर से आ रही दुर्गंध बता रही थी कि मानो वो कई दिनों से नहाया न हो। अब मुद्दे पर आते हैं कि आखिर उसने ऐसा क्या किया कि हर जगह उसकी तारीफ है।
पुलिस को सौंपा 15000 रुपये कीमत का मोबाइल
वो शख्स जब इंस्पेक्टर की तरफ आगे बढ़ा तो पुलिस भी एक लम्हे को सोच में पड़ गई कि आखिर मांजरा क्या है। इसके बाद वह सीधा प्रभारी निरीक्षक के सामने पहुंच गया। अन्य पुलिस कर्मियों ने उसे दूर हटाने का प्रयास किया। इतने में वह शख्स बोला, साहब…मैं पागल नहीं हूं। मैं बिजनौर के थाना चांदपुर क्षेत्र के गांव का रहने वाला हूं और मेरा नाम तुलाराम सिंह है। इस दौरान उसने जेब से लगभग ₹15000 हजार की कीमत का मोबाइल निकाला और प्रभारी निरीक्षक को सौंप दिया।
Worthy of Praise: दी शाबाशी, मदद भी की
तुलाराम सिंह ने बताया, वह भानपुर रेलवे फाटक के पास कूड़ा बीन रहा था तब यह मोबाइल पड़ा मिला। शख्स की इस ईमानदारी पर पुलिस ने उसकी पीठ थपथपाई और यथा संभव आर्थिक मदद भी की।
रिपोर्टः मोहम्मद आसिफ, संवाददाता, अमरोहा, उत्तरप्रदेश
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