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UP: भारी मात्रा में गोवंश लदा ट्रक जिले की सीमा तक कैसे पहुंचा, जनपद पुलिस सुरक्षा पर बड़ा सवाल

जौनपुर नगर थाना लाइन बाजार क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पालपुर लखनऊ हाइवे पर एक वाहन यूपी 32 सीएन 8242 आइसर ट्रक रविवार 1 अक्टूबर की सुबह लगभग 8 बजे से खड़ी थी जिसके आगे के शीशे पर एक कागज चिपका हुआ था जिसपर स्पष्ट अक्षर में लिखा हुआ था सरकारी कार्य हेतु “जल जीवन मिशन” जो पूरी तरह से त्रिपाल से ढका हुआ था। वही उक्त ट्रक से तेज धार में खून बह रहा था जिसको देख स्थानीय ग्रामीणों ने थाना पुलिस को इस बात की सूचना दी और शंका जाहिर किया कि उक्त ट्रक में भारी मात्रा में गौवंस लदा हुआ है। जो गौ तस्करी को जा रही थी। जिसे चालक और खलासी लवारिश छोड़कर फरार हो गए हैं।

बड़ी हैरत की बात यह है कि सरकारी कार्य हेतु एक कागज चस्पा कर बड़े आराम से पुलिस को चकमा देकर गौ तस्करी में ट्रक को इस्तेमाल किया जा रहा था जिसे चालक और खलासी लवारिश छोड़कर फरार हो गए जिसे ग्रामीणों की सूचना पर लाइन बाजार थाना ने कब्जे में लेते हुए पशु चिकित्सक द्वारा मृत गौवंस का पोस्टमार्टम करा कर सुरक्षित जगह पर जेसीवी की मदद से भूमिगत कराया। जिसे लेकर गौ सेवक पवन कुमार विश्व हिंदू परिषद विभाग गौ रक्षा प्रमुख ने बताया कि पालपुर लखनऊ हाइवे पर एक ट्रक खड़ा हुआ था जिसपर गौवंस होने की सूचना ग्रामीणों ने दिया ट्रक से ढेर सारा खून निकल रहा था।

बताते चलें ट्रक में लदे हुए गौवंश को चेक कराया गया तो सभी गौवंश मृत पाए गये थे। सवाल यह उठता हैं कि गौ तस्करी हेतु भारी मात्रा में गौवंस लदा ट्रक जनपद की सीमा तक कैसे पहुंचा और इसका कौन जिम्मेदार है। जहाँ एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्य नाथ उत्तर प्रदेश को अपराध मुक्त होने का दावा कर रहे हैं और जिसके तहत गौ सुरक्षा के दृष्टिगत विशेष अभियान चलाया जा रहा हैं। उसके बावजूद कुछ जिम्मेदारों की लापरवाही प्रदेश के जौनपुर जिले में दिखाई दी जहाँ एक ट्रक में भारी मात्रा में गौवंस बरामद हुआ है जो जिला प्रशासन पर कही ना कही प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है कि आखिर जिले की सीमा में गौवंसो से लदा हुआ ट्रक कैसे पहुंचा।

(जौनपुर से अजीत कुमार सेठ की रिपोर्ट)

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