TMC दिल्ली में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को घेरने की तैयारी में, दी चेतावनी

केंद्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल में 100 दिन के काम ‘मनरेगा’ की राशि के भुगतान पर रोक के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस ने दिल्ली के रामलीला
केंद्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल में 100 दिन के काम ‘मनरेगा’ की राशि के भुगतान पर रोक के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस ने दिल्ली के रामलीला मैदान 30 सितंबर से 4 अक्टूबर तक धरना देने का ऐलान किया है, लेकिन दिल्ली पुलिस ने धरने की अनुमति नहीं दी। इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस ने अपना रवैया कड़ा करते हुए ऐलान किया है कि दिल्ली में धरने की इजाजत नहीं मिली तो केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के घर के सामने टीएमसी धरने पर बैठ सकती है।
टीएमसी के नेता ने कहा किटीएमसी पहले राम लीला मैदान में धरना देना चाहती थी, अगर अनुमति नहीं मिली तो राजघाट पर गांधीजी को पुष्पांजलि अर्पित करेगी। या फिर गिरिराज सिंह के घर के सामने धरना देना चाहती है।
दिल्ली में धरना कार्यक्रम को लेकर तृणमूल ने फिर दिल्ली पुलिस को पत्र लिखा है। तृणमूल के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर धरना कार्यक्रम के अवसर पर रामलीला मैदान में लगभग 50,000 लोगों के लिए व्यवस्था करने की मांग की। डेरेक ने दरियागंज थाने के डीसीपी को पत्र लिखा है।
बता दें कि तृणमूल कांग्रेस ने दिल्ली के रामलीला मैदान में धरना-प्रदर्शन की योजना बनाई थी। लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें अनुमति नहीं दी। इसके बाद टीएमसी अब अपना स्टैंड कड़ा कर रही है।
टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल के मनरेगा के कार्यकर्ता 30 सितंबर से 4 अक्टूबर तक दिल्ली के विभिन्न इलाकों में धरना देंगे। तृणमूल कांग्रेस रामलीला मैदान में करीब 50 हजार लोगों के साथ बैठक करने की अनुमति मांगी है। ‘ डेरेक ने पत्र में बताया कि इस संबंध में पिछले पत्र का कोई जवाब नहीं आया है।
इसके पहले अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने ‘दिल्ली चलो’ का आह्वान किया था. उन्होंने घोषणा की कि वह 100 दिनों के काम के पैसे रोके जाने की शिकायत करने के लिए 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर दिल्ली की सड़कों पर उतरेंगे।
उन्होंने कहा था कि 2 अक्टूबर को उनका मुख्य कार्यक्रम है। 30 सितंबर से 4 अक्टूबर तक प्रदर्शन और विरोध कार्यक्रम आयोजित करने के लिए रामलीला मैदान देने का अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा कि 100 दिन की कार्य योजना के तहत पश्चिम बंगाल को केंद्रीय वित्तीय सहायता के विरोध में तृणमूल नेता और कार्यकर्ता 2 और 3 अक्टूबर को जंतर-मंतर के सामने सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक धरने पर बैठना चाहते हैं। इस संबंध में मैंने आपको 31 अगस्त को एक पत्र भेजा था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है।
बता दें कि केंद्र सरकार पर टीएमसी लगातार आरोप लगा रही है कि मनरेगा की राशि रोक रखी गई है। इस कारण कई लाख लोगों को मनेरगा के तहत रकम नहीं मिल रही है और अब टीएमसी ने इसके खिलाफ आंदोलन तेज करने की ऐलान किया है।
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