Uttar Pradesh

राजभवन के सामने पर्दा डालकर हुई डिलीवरी, समय पर नहीं पहुंची एंबुलेंस; नवजात की मौत

लखनऊ में आज राजभवन के सामने एक महिला ने रोड पर ही एक बच्चे को जन्म दे दिया। सड़क पर पैदा हुए नवजात को बचाया नहीं जा सका। दरअसल, रूपा नाम की महिला को आज दर्द हुआ, तो वो सिविल अस्पताल पहुंची। अस्पताल ने इंजेक्शन लगाकर महिला को वापस भेज दिया। घर पहुंचकर महिला को पेट में फिर दर्द हुआ, तो वो रिक्शे से अपने पति के साथ झलकारी बाई अस्पताल जाने लगी, लेकिन अस्पताल के रास्ते में ही राजभवन के सामने महिला को तेज प्रसव पीड़ा होने लगी। वहां गुजर रही कुछ महिलाओं ने साड़ी का पर्दा किया और प्रसव कराया। आरोप है कि एंबुलेंस को बार-बार फोन करने पर भी एंबुलेंस नहीं पहुंची और महिला को सड़क पर प्रसव कराना पड़ा। इसमें नवजात की जान चली गई। घटना का वीडियो सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने इस मामले का संज्ञान लिया और महिला को अस्पताल में भर्ती करवाया। 

https://twitter.com/PTI_News/status/1690651977473048576?s=20

राजभवन के सामने सड़क पर जहां महिला का प्रसव कराया गया, उसके पास ही राजभवन कॉलोनी में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक का सरकारी आवास है। घटना की जानकारी होने पर ब्रजेश पाठक अपनी पत्नी के साथ अस्पताल पहुंचे। ब्रजेश पाठक ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अब जांच करेंगे कि एंबुलेंस मौके पर क्यों नहीं पहुंची और सिविल अस्पताल में महिला को ठीक इलाज मिला या नहीं। ब्रजेश पाठक शिशु के पिता को बैकुंठ धाम ले गए और वहां नवजात का अंतिम संस्कार कराया।

इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। प्रदेश की राजधानी में स्वास्थ्य सेवाओं का इस कदर बिगड़े हाल को लेकर अब विपक्ष की ओर से सवाल उठाए जा रहे हैं। विपक्ष का दावा है कि राजभवन के सामने पैदा हुए बच्चे को समय पर इलाज नहीं मिलने से उसकी मौत हो गई। यूपी की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा ने इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए बीजेपी सरकार पर हमला किया और इसे स्वास्थ्य व्यवस्था की नाकामी बताया गया। 

https://twitter.com/samajwadiparty/status/1690623985665425410?s=20

समाजवादी पार्टी ने ट्वीट किया, “अस्पताल जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिलने पर लखनऊ में राजभवन के गेट पर ही गर्भवती महिला ने बच्चे को जन्म दिया, जिसकी मृत्यु हो गई। बीजेपी सरकार और स्वास्थ्य विभाग की नाकामी राज्यपाल के घर के बाहर उजागर हो गई। बच्चें की मौत की दोषी ये नाकारा सरकार है, पीड़िता को न्याय मिलना चाहिए।”

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