Advertisement

UP: टॉप-50 माफियाओं पर चलेगा कानून का डंडा, 1200 करोड़ की संपत्ति होगी जब्त

Share

यूपी में माफियाओं पर शिकंजा, अभियान चलाकर टॉप 50 पर चलेगा कानून का डंडा
दो साल में माफिया की 1200 करोड़ की संपत्तियों पर कार्रवाई का लक्ष्य

टॉप-50 माफियाओं
Share
Advertisement

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की माफियाओं के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। योगी सरकार के निर्देश पर यूपी के माफिया और अपराधियों की काली कमाई जब्त करने की कार्रवाई अगले 2 साल में और तेज हो गई है। युपी पुलिस ने 2 साल में माफियाओं की 1200 करोड़ की संपत्तियों के जब्तीकरण का लक्ष्य रखा है। सीएम योगी आदित्यनाथ और कैबिनेट मंत्रियों के समक्ष हुए प्रस्तुतिकरण में यूपी पुलिस ने टॉप-50 माफियाओं तक पहुंचने का दावा किया है।

Advertisement

इस बार यूपी पुलिस ने दो साल में गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत माफियाओं की 1200 करोड़ की संपत्तियों को जब्त करने का लक्ष्य तय किया है। तमाम विभाग एक साथ मिलकर पुलिस के साथ मिलकर पुलिस के साथ इन माफियाओं के नेटवर्क को ध्वस्थ करने में जुटेगी।

टॉप-50 माफिया पर कार्रवाई का लक्ष्य तय

योगी सरकार के पहले कार्यकाल में प्रदेश के टॉप-25 माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई का अभियान चलाया गया था। इस बार योगी सरकार ने इसका दायरा बढ़ाकर 50 माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने का टारगेट रखा है। माफियाओं के खिलाफ होने वाली कार्रवाई की शासन स्तर पर हर हफ्ते समीक्षा की जाएगी। साथ ही इन माफियाओं के खिलाफ कोर्ट में लंबित मामलों में भी सजा कराने का लक्ष्य रखा गया है।

अगले 6 माह में 800 करोड़ की संपत्तियों को जब्त करने का लक्ष्य

यूपी पुलिस ने पहले 100 दिन में विभिन्न प्रकार के माफियाओं जैसे खनन, शराब, पशु तस्कर, वन, भू- माफिया को चिन्हित कर इनकी 500 करोड़ की संपत्तियों को जब्त करने का लक्ष्य रखा है। वहीं अगले छह माह में 800 करोड़ की संपत्तियों को जब्त करने का लक्ष्य तय किया है। इन सभी मामलों में की डीजीपी मुख्यालय द्वारा लगातार निगरानी रते हुए सुनवाई और समीक्षा होगी जबकि 2 साल में 1200 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त करने का लक्ष्य रखा गया है।

पहले कार्यकाल में 2081 करोड़ रुपये की संपत्तियों पर कार्रवाई

यूपी सरकार द्वारा पिछले साल सूचीबद्ध 25 माफियाओं के खिलाफ की गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई के तहत 2081 करोड़ की चल-अचल संपत्ति जब्तीकरण व ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई थी। इसमें अतीक अहमद गैंग की सबसे ज्यादा संपत्ति जब्त की गई। वहीं उसके बाद मुख्तार अंसारी गैंग की संपत्ति को जब्त किया गया।

इनमें से टॉप 33 माफिया की करीब 858 करोड़ रुपये की संपत्तियां शामिल हैं। इसके अलावा माफिया के 700 से अधिक सदस्यों व सहयोगियों के खिलाफ 286 मामले दर्ज कर 327 को गिरफ्तार किया गया। इनके 277 लाइसेंसी असलहे निरस्त किए गए। 102 के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई जबकि 266 के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हुई। सात लोगों पर एनएसए भी लगाया गया। पुलिस ने अपराधियों के साथ हुई मुठभेड़ में 159 को मार गिराया जबकि 3755 गंभीर रूप से जख्मी हुए।

यह भी पढ़ें: Uniform Civil Code: यूपी में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की तैयारी- केशव प्रसाद मौर्य

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *