Madhya Pradesh

MP News: प्राण प्रतिष्ठा आमंत्रण अस्वीकार…, जीतू पटवारी बोले-एक लाख कार्यकर्ता जाएंगे अयोध्या

MP News: 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां जोरो शोरो से चल रही हैं। राम भक्तों में उत्साह का माहौल है। वहीं राजनीतिक गलियारों में भी चर्चाएं तेज हो गई है। प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सियासत भी जारी है। कांग्रेस ने अधूरे मंदिर के निर्माण में प्राण प्रतिष्ठा करने और भाजपा पर राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाकर आमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है। इस बयान को लेकर कांग्रेस चौतरफा घिर गई।

MP News: कांग्रेस के 1 लाख से ज्यादा कार्यकर्ता अयोध्या जाएंगे

इस निर्णय पर आपत्ति लेते हुए धार जिला कांग्रेस के प्रवक्ता ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा कि पार्टी के निर्णय से मुझे आघात हुआ। अब मध्यप्रदेश(Madhya Pradesh) कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी (jeetu patwari) ने केंद्रीय नेताओं के निर्णय का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण पूरा होने पर एक लाख से ज्यादा कांग्रेस कार्यकर्ता श्रीराम भगवान के दर्शन करने अयोध्या जाएंगे।

पूर्व सीएम दिग्विजय का सोशल मीडिया पर पोस्ट

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्ट पर लिखा, यज्ञ-अनुष्ठान में कौन से नियमों का पालन करना है ये तो सर्वोच्च पद पर आसीन धर्म गुरु ही बता सकते हैं और सनातन धर्म में शंकराचार्य से बड़ा कोई पद नहीं होता। एक नहीं चारों मान्य पीठों के शंकराचार्य शास्त्र सम्मत पूजा विधि की अवहेलना एवं अधूरे निर्मित मंदिर में भगवान के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा को अनुचित मान रहे हैं। इसीलिए उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से इंकार कर दिया तो इसमें गलत क्या है?

अयोध्या का मतलब होता है, जो युद्ध से विमुख हो। परंतु पीएम मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा ने हिंदू वोट लेने की धुन में अयोध्या को राजनीति का अखाड़ा बना दिया है। सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने प्राण प्रतिष्ठा को भाजपा-आरएसएस (BJP-RSS) द्वारा निजी इवेंट बनाए जाने की वजह से उसमें शामिल होने के लिए फिलहाल मना कर दिया है तो इसमें गलत क्या है?

यह भी पढ़ें:MP News: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में उज्जैन महाकाल मंदिर से 5 लाख लड्डू भेजे जाएंगे- CM यादव

Follow Us Twitter- https://twitter.com/HindiKhabar

Related Articles

Back to top button