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Manipur Violence: धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है मणिपुर, सीएम ने की सर्वदलीय बैठक

नॉर्थ ईस्ट स्टेट मणिपुर में भड़की भयंकर हिंसा की वजह से 50 से ज्यादा लोगों को अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ा है। आपको बता दें कि मणिपुर में हिंसा ने इतना विकराल रूप ले लिया कि पूरा मणिपुर आग की लपटों में सुलग रहा है। प्रदर्शनकारी जगह-जगह उग्रवाद मचा रहे हैं। सड़कों पर सरेआम गोलियां बरसाई जा रही हैं। घरों और दुकानों को लूटा जा रहा है। अराजक तत्व देश को शर्मसार करने वाली गतिविधियों पर उतर आए हैं। राज्य में रहने वाले लोग पड़ोसी राज्यों में जाने को मजबूर हो गए हैं।

मणिपुर के हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि सरकार की तरफ से अराजकता फैलाने वालों को गोली मारने के आदेश दे दिए गए हैं। सड़कों पर सेना को उतारना पड़ा है। राज्य में सरकारी और गैरसरकारी काम बंद हो चुके हैं। मणिपुर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। इस हिंसा में अब तक लगभग 54 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि अब हालात ठीक होते दिखाई दे रहे हैं।

सेना और असम राइफल्स के 10,000 जवानों की मौजूदगी में इम्फाल घाटी में जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है। कर्फ्यू में ढील दे दी गई है। बाजारों में दुकान खुल रही हैं। सामने आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि लोग दुकानों से सामान खरीद रहे हैं। रविवार को सुबह 7 बजे से 10 बजे तक तीन घंटे की ढील दी गई है, ताकि लोगों को भोजन और दवा जैसी जरूरी वस्तुएं खरीदने में सुविधा हो सके। रैपिड एक्शन फोर्स और केंद्रीय पुलिस बलों की अधिक टुकड़ियों के आने से मजबूत हुई सुरक्षा को सभी प्रमुख इलाकों और सड़कों पर साफ देखा जा सकता है।

सीएम ने की सर्वदलीय बैठक

मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने राज्य में मौजूदा स्थिति का जायजा लेने के लिए शनिवार को सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के दौरान राज्य में शांति की अपील करने के साथ ही सभी नागरिकों को किसी भी ऐसी कार्रवाई से बचने के लिए कहा गया, जिससे आगे हिंसा हो सकती है।

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