
रविवार को खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के बाद, पंजाब पुलिस के पुलिस महानिरीक्षक सुखचैन सिंह गिल ने ये जानकारी दी है कि उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) वारंट जारी कर उनपर अमल किया गया है।
आपको बता दें कि अमृतपाल ने 1984 में भारतीय सेना के ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारे गए जरनैल सिंह भिंडरावाले के पैतृक गांव में एक सिख मंदिर में मत्था टेकने के बाद आत्मसमर्पण किया। गिल ने मीडिया से कहा कि, “अमृतपाल सिंह के खिलाफ एनएसए वारंट जारी किए गए थे और उन वारंटों को आज सुबह निष्पादित किया गया है…अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने आज सुबह करीब 6.45 बजे गांव रोडे से गिरफ्तार किया है।”
जानकारी के अनुसार, राज्य पुलिस अमृतपाल सिंह की 18 मार्च से उसकी खोजबीन कर रही है। इसके लिए बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की गई थी। अधिकारी ने स्पष्ट रूप से बताया कि पुलिस के पास अमृतपाल सिंह के रोडे गांव में मौजूद होने की खुफिया जानकारी थी जिसके बाद एक संयुक्त अभियान चलाया गया। “हमारे पास खास इनपुट थे कि अमृतपाल सिंह रोडे गांव में मौजूद थे, उन्हें घेर लिया गया था और उनके पास भागने का कोई मौका नहीं था।” गिल ने कहा।
गिल ने कहा कि पुलिस ने गुरुद्वारे में प्रवेश नहीं किया जहां वो छिपा हुआ था और उसे पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए मना लिया गया।
गिरफ्तारी से कुछ समय पहले लिए गए एक वीडियो में, अमृतपाल सिंह ने पंजाब पुलिस से बचने के अपने फैसले को सही ठहराया, जिसमें कहा गया कि पिछले एक महीने में भगवंत मान के नेतृत्व वाली आप सरकार का असली चेहरा “उजागर” हो गया। उन्होंने कहा, “मैं अदालत में आरोपी हो सकता हूं, लेकिन सर्वशक्तिमान की अदालत में आरोपी नहीं।”
भिंडरावाले के भतीजे जसवीर रोडे ने मीडिया को बताया कि अमृतपाल सिंह ने कल रात ही पुलिस को सूचित किया था कि वो रविवार सुबह गुरुद्वारा जन्म स्थान संत खालसा में मत्था टेकने के बाद आत्मसमर्पण कर देगा।