
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद को शनिवार की रात प्रयागराज में गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। इससे पहले गैंगस्टर का असद और उसका शूटर गुलाम उत्तर प्रदेश के झांसी में यूपी एसटीएफ से मुठभेड़ मारे गए थे। अतीक अहमद की मौत के बाद पीएम मोदी के खिलाफ लड़े चुनाव की भी चर्चा तेज हो गई है। बता दें कि माफिया अतीक अहमद पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुका है। लेकिन इस चुनाव में माफिया ने अपनी बुरी तरह किरकिरी कराई थी।
यह बात साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोबारा चुनावी मैदान में कूद चुके थे। 2014 की तरह इस बार भी उन्होंने वाराणसी सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया था। इससे पहले वह 2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट से लड़े थे और ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। मगर अब साल 2019 का लोकसभा चुनाव था। PM मोदी के सामने कई चुनौतियां थीं, उनमें से एक अपना चुनाव जीतना भी था। इस चुनाव में PM मोदी के सामने सपा की शालिनी यादव, कांग्रेस से अजय राय समेत 27 उम्मीदवार थे।
इनमें से एक अतीक अहमद (निर्दलीय) का भी नाम था। उस समय अतीक जेल से बैठकर PM मोदी को चुनौती दे रहा था। आपको बता दें कि इस चुनाव में PM मोदी ने 6 लाख 47 हजार 664 वोट हासिल कर प्रचंड जीत हासिल की थी। वहीं, PM मोदी के सामने अतीक की एक भी न चली और महज 855 वोटों के साथ उसे करारी शिकस्त भी मिली। साथ ही इस चुनाव में अतीक की जमानत भी जब्त हुई थी।
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