
नई दिल्ली: संसद के सत्र की शुरुआत पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं आशा करता हूं कि भविष्य में संसद को कैसा चलाया, कितना अच्छा योगदान रहा इस तराजू में तोला जाए न कि किसने कितना जोर लगाकर संसद के सत्र को रोक दिया। मानदंड ये होगा कि संसद में कितने घंटे काम हुआ कितना सकारात्मक काम हुआ।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि 100 करोड़ से अधिक डोज़ कोविड वैक्सीन की पूरी करने के बाद अब हम 150 करोड़ डोज़ की तरफ तेज़ी से बढ़ रहे हैं। नए वेरिएंट की ख़बरें भी हमें ओर सजग करती हैं, मैं संसद के सभी साथियों को भी सजग रहने की प्रार्थना करता हूं।
PM मोदी बोले- सरकार हर विषय पर चर्चा करने के लिए तैयार
इसी के साथ PM नरेंद्र मोदी बोले आज़ादी के अमृत महोत्सव में हम ये भी चाहेंगे कि संसद में सवाल भी हो, संसद में शांति भी हो। सरकार की नीतियों के खिलाफ जितनी आवाज़ प्रखर होनी चाहिए हो परन्तु संसद की गरिमा, अध्यक्ष की गरिमा के विषय में हम वो आचरण करें जो आने वाले दिनों में देश की युवा पीढ़ी के काम आए।
PM मोदी ने कहा संसद देश हित में चर्चाएं करे, देश की प्रगति के लिए रास्ते खोजे, इसके लिए ये सत्र विचारों की समृद्धि वाला, दूरगामी प्रभाव पैदा करने वाले सकारात्मक निर्णयों वाला बनें। सरकार हर विषय पर चर्चा करने के लिए तैयार है, खुली चर्चा करने के लिए तैयार है। सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है।