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कर्नाटक हाईकोर्ट की जज जस्टिस बी.वी. नागरत्ना बन सकती हैं देश की पहली महिला CJI

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम ने, खाले पड़े पद के लिए मंगलवार को 9 जजों के नामों की शिफारिश की है, जिसमें जस्टिस नागरत्ना भी शामिल हैं। जस्टिस नागरत्ना अभी कर्नाटक हाईकोर्ट की जज हैं। वो देश में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रह चुके, ईएस वेंकटरमैया की बेटी हैं। उन्होंने 19 जून 1989 से 17 दिसंबर 1989 तक ये पद संभाला था।

जस्टिस नागरत्ना होंगी देश की पहली महिला जज

जस्टिस नागरत्ना के नाम को केंद्र सरकार की मंजूरी का इंतज़ार है, अगर उन्हें मंजूरी मिल जाती है तो वे 2027 में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बन सकती हैं। जो कि देश की पहली महिला CJI होंगी।

गौरतलब है कि एक लंबे समय से सुप्रीम कोर्ट में महिला सीजेआई की नियुक्ति की मांग उठती रही है। पूर्व CJI एसए बोबड़े ने भी अपने कार्यकाल के दौरान कहा था कि “भारत में अब एक महिला चीफ जस्टिस नियुक्त होने का समय आ गया है।“

बीते दिनों अप्रैल महीने में भी एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि, ‘हमारे लिए महिलाओं का हित सर्वोपरि है और हम इसे बेहतरीन तरीके से लागू कर रहे हैं। इस पर हमारे नजरिए में कोई बदलाव नहीं आया है। हमें केवल एक अच्छे उम्मीदवार का इंतजार है।’

लिस्ट में दो अन्य महिला जजों के नाम शामिल

रेकमंड किए गये नामों में जस्टिस बीवी नागरत्ना के अलावा दो और महिला जजों के नाम भी शामिल थे। जस्टिस हिमा कोहली, तेलंगाना हाईकोर्ट में और जस्टिस बेला त्रिवेदी, गुजरात हाईकोर्ट में जज हैं।

इनके अतिरिक्त कर्नाटक हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अभय श्रीनिवास ओका, गुजरात हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस विक्रम नाथ, सिक्किम हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस जीतेंद्र कुमार माहेश्वरी, केरल हाईकोर्ट के जज सी.टी. रवि और जस्टिस एमएम सुंदरेश के नामों की सिफ़ारिश भी की गई है।

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