केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ AAP की महारैली में जुटे हजारों लोग, भीषण गर्मी को दी मात

दिल्ली में रविवार को चिलचिलाती धूप में हजारों की संख्या में लोग रामलीला मैदान में जमा हुए और केन्द्र सरकार द्वारा जारी अध्यादेश के खिलाफ अपनी आवाज उठायी।
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय द्वारा पुलिस, सार्वजनिक व्यवस्था और भूमि, तीन विषयों को छोड़कर प्रशासन के अन्य हिस्सों पर फैसला करने की जिम्मेदारी शहर की सरकार को सौंपे जाने के बाद केन्द्र सरकार ने एक अध्यादेश जारी किया था। इस अध्यादेश के बाद राष्ट्रीय राजधानी की नौकरशाही पर उपराज्यपाल का प्रभावी नियंत्रण हो गया है।
राजधानी में तापमान 43 डिग्री पहुंचने के बावजूद महिलाएं और पुरुषों के साथ-साथ बच्चे और बुजुर्ग भी रामलीला मैदान पहुंचे। कुछ लोग गर्मी से बचने के लिए सड़कों किनारे पेड़ों के नीचे खड़े रहे। लू के थपेड़ों से बचने के कई महिलाओं और पुरूषों ने अपने सिर पर दुपट्टा, स्कार्फ और गमछा बांधा हुआ था और चेहरे पर पानी मार रहे थे।
रामलीला मैदान के भीतर कुछ लोग कूलर और पंखों के पास खड़े थे, वहीं कुछ लोग कागज के पंखे बनाकर हवा करते नजर आए। वहीं आप के कार्यकर्ता सड़क के किनारे लाइन से खड़े थे और रैली में आने वालों को पानी की बोतलें और पाउच दे रहे थे।
आम आदमी पार्टी (आप) की टोपी लगाए और हाथों में तिरंगा पकड़े पार्टी के समर्थकों ने रैली में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। वहीं, लोग सेल्फियां लेते भी नजर आए।
रामलीला मैदान और आसपास की सड़कें ‘केजरीवाल जिंदाबाद’ और भाजपा विरोधी नारों से गूंज उठी। रैली में आए लोगों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तारीफ करते हुए कहा कि वह ‘‘शहर के गरीबों की जिंदगी बेहतर बनाने को प्रतिबद्ध हैं।’’ वहीं कई लोगों ने आप सरकार के कार्यकाल में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में हुए कामकाज को लेकर प्रसन्नता जतायी।
आप के 68 वर्षीय समर्थक मुख्तार बेग कहते हैं, ‘‘पहले मेरे पोते-पोतियां निजी स्कूल में पढ़ते थे। लेकिन पिछले साल हमने उनका दाखिला करोल बाग के सरकार स्कूलों में करवा दिया। हमने सपने में भी नहीं सोचा था कि सरकारी स्कूलों में इतनी अच्छी शिक्षा मिल सकती है।’’
वहीं, पूर्वी दिल्ली से आयी 38 वर्षीय शिक्षिका राधिका शर्मा ने शिक्षा के क्षेत्र में आप सरकार के कामकाज की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘‘ भाजपा गरीबों का भला नहीं चाहती। उन्होंने आप सरकार द्वारा किए जा रहे कामकाज को रोकने के लक्ष्य से बेकार आरोपों के तहत दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया। जनता मूर्ख नहीं है। उन्हें सच्चाई पता है।’’
शर्मा ने कहा, ‘‘केजरीवाल और उनकी सरकार ने दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। मैंने छात्रों में जो बदलाव देखे हैं वह अभूतपूर्व हैं। ऐसे प्रयासों को बाधित करने की कोशिशें चिंता की बात है।’’
यह रैली आप समर्थकों के लिए पार्टी द्वारा किए गए कामकाज को लोगों तक पहुंचाने का अवसर भी थी। दक्षिण दिल्ली के 45 वर्षीय उद्यमी नवीन कुमार ने स्वास्थ्य क्षेत्र को बेहतर बनाने के प्रयासों पर टिप्पणी की।
उद्यमी कुमार ने कहा, ‘‘मोहल्ला क्लीनिक और सरकारी अस्पताल आम जनता के लिए वरदान साबित हुए हैं। वे जो बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा दे रहे हैं, उसका मैंने स्वयं लाभ लिया है। यह शर्म की बात है कि उपराज्यपाल और भाजपा इस प्रगति को बाधित करना चाहते हैं।’’
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