Ghaziabad: पहले एनकाउंटर से भागा दूसरे में हुआ ढेर, छात्रा के हत्यारों पर चली UP पुलिस की बंदूकें
दिल्ली से सटे गाजियाबाद में शुक्रवार 27 अक्टूबर को कीर्ति सिंह की हत्या करने वाला एक बदमाश एनकाउंटर में ढेर हो गया। एबीईएस कॉलेज के इंजीनियरिंग स्टूडेंट कीर्ति सिंह की हत्या करने वाले जितेंद्र उर्फ जीतू को एनकाउंटर में मार गया था। जितेंद्र पर 12 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें से आधे दर्जन लूट के संबंध में हैं। उस पर दो हजार रुपये का इनाम घोषित था। शनिवार शाम को पुलिस मुठभेड़ में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया था।
क्या हुआ था छात्रा के साथ
दरअसल, कीर्ति सिंह हापुड़ की पन्नापुरी कॉलोनी से आईबीएस इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक कर रही थी। शुक्रवार को कॉलेज से छुट्टी मिलने पर वह एक ऑटो में बैठकर घर जा रही थी। मसूरी थानाक्षेत्र के उद्योग कुंज के सामने पहुंचते ही दो बदमाशों ने बाइक पर बैठी कीर्ति से मोबाइल लूटने की कोशिश की। जब कीर्ति ने विरोध करते हुए अपना मोबाइल लुटने से बचाने का प्रयास किया, तो बदमाशों ने उसे खींच लिया। कीर्ति ऑटो से गिरकर घायल हो गई। सिर की हड्डी टूट गई। कीर्ति पहले पिलखुआ और फिर हापुड़ में भर्ती हुआ। उसकी हालत खराब होने पर उसे गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया। सिर का ऑपरेशन होने के बाद उसे यहां वेंटिलेटर पर रखा गया था। ऑपरेशन के बाद छात्रा की मृत्यु हो गई।
बीटेक छात्रा का उपचार के दौरान हुआ निधन
बता दें, शनिवार को दोनों अपराधी मसूरी पुलिस से भिड़ गए। उस समय आरोपी इंद्रगढ़ी बोबील के पैर में गोली लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन तब जीतू भाग गया था। घायल किर्ती को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार 29 अक्टूब को पीड़ित छात्रा कीर्ति सिंह का उपचार के दौरान निधन हो गया।
SHO को किया गया निलंबित
घटना के बाद शनिवार को मसूरी के एसएचओ रविंद्र चंद पंत को निलंबित कर दिया गया। तनवीर आलम और अतिरिक्त निरीक्षक पुनीत सिंह भी लाइन हाजिर हुए। वहीं, नगर कोतवाली में तैनात निरीक्षक विनेश कुमार सिंह को मसूरी थाने का एसएचओ बनाया गया है, जबकि सिहानी गेट एसएचओ नरेश कुमार शर्मा को मसूरी थाने का एसएचओ बनाया गया है।