शिवसेना से बागी विधायकों के खिलाफ CM उद्धव का बड़ा एक्शन, वापस लिया मंत्री पद

Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में चल रही सियासी घमासान के बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने बागी मंत्रियों पर बड़ी कार्रवाई कर दिया है। बता दें एकनाथ शिंदे गुट से आज सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर फैसला आ गया है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने सुनाए अपने फैसले में सभी पक्षों को कोर्ट ने नोटिस जारी कर दिया है। और इस मामले में अगली सुनवाई 11 जुलाई को करने का फैसला किया है। बता दें इसी के बाद उद्धव सरकार ने कड़ा फैसला लेते हुए एकनाथ शिंदे समेत अन्य 8 बागी मंत्रियों को उनके विभाग से छीन लिया हैं।
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इसी के साथ महा विकास अघाड़ी सरकार के दूसरे मंत्रियों को बागियों से छीने गए विभागों का अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया है। महाराष्ट्र मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया कि सीएम उद्धव ठाकरे ने मंत्रियों के विभागों में फेरबदल कर दिया है।
Maharashtra CM Uddhav Thackeray hands over portfolios of 9 ministers, who are camping in Guwahati, to other ministers
— Press Trust of India (@PTI_News) June 27, 2022
मंत्रीमंडल में हुआ फेरबदल
महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी पारा समय के साथ गर्माता ही जा रहा है। बता दें कि महाविकास अघाड़ी सरकार में शिवसेना के 9 मंत्री एकनाथ शिंदे गुट के साथ चले गए हैं। जिसके बाद उद्धव कैबिनेट में शिवसेना के सिर्फ 3 मंत्री ही बचे हुए हैं। उनमें से एक खुद मुख्यमंत्री के बेटे आदित्य ठाकरे हैं। अन्य दो मंत्री सुभाष देसाई और अनिल परब हैं। इनके अलावा शिवसेना कोटे से अन्य मंत्री एकनाथ शिंदे खेमे में चले गए गए है।
बागियों के विभाग इन मंत्रियों को सौंपा गया
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के शहरी विकास, लोक निर्माण विभाग का कार्यभार मंत्री सुभाष देसाई को सौंपा है। वहीं दादाजी भूसे से कृषि मंत्रालय छीनकर शंकर यशवंतराव गडख को दिया गया है। गुलाबराव रघुनाथ पाटिल के जलापूर्ति एवं स्वच्छता विभाग का जिम्मा अनिल दत्तात्रेय परब को दिया गया है।
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