
बिहार राजनीति में ऐसी ख़बरें आती रहती हैं जो चर्चा का विषय बनी रहती हैं। सभी पार्टीयां लोकसभा 2024 के चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। राजनीतिक संघर्ष की खबरें फिर से चर्चा में आ गईं जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया। नीतीश कुमार ने हाल ही में जनता दल यूनाइटेड के पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह से मुलाकात की, जो आंदोलन को तेज कर दी है।
नीतीश कुमार ने की ललन सिहं से मुलाकात
बता दें, ललन सिंह के जेडीयू के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने और फिर नीतीश कुमार के इस पद पर काबिज होने के बाद ये मुलाक़ात लोगों को कंफ्यूज कर रही हैं। जब राजीव रंजन, जिन्हें ललन सिंह के नाम से भी जाना जाता है, उन्होंने जेडीयू के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था, तब ये कहा जा रहा था कि उनसे ऐसा करवाया गया है। क्योंकि उसके तुरंत बाद ही नीतीश कुमार ने अध्यक्ष पद संभाल लिया था। लेकिन अब जब नीतीश कुमार और ललन सिंह ने मुलाक़ात की, तो लोगों का नज़रिया भी बदल गया है।
ललन सिंह और नीतीश की दोस्ती
ये ख़बर सामने आ रही है की ललन सिंह रात को सीएम आवास गये। वहां उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। लेकिन उनकी मित्रता इतनी गहरी हो गई कि सीएम ललन सिंह खुद उनके घर बुद्धा कॉलोनी छोड़ने आए। यदि सीएम अपने घर से लगभग पांच किलोमीटर दूर तक ललन सिंह को छोड़ने जा रहे हैं तो दोस्ती मामूली नहीं हो सकती। कई राजनीतिक पार्टियां इसकी वजह से चिंतित हैं।
नीतीश कुमार की रणनीति
इसके साथ ही दोनों के बातचीत का वीडियो सामने आने से बहुत सारे अनुमान लगाए जा रहे हैं। हाल ही में, राजद के नेताओं से कई विधायकों से मुलाकात करके ललन सिंह जेडीयू को तोड़ने का दावा कर रहे हैं, ऐसी तमाम ख़बरें सामने आ रही थी। लेकिन इस मीटिंग के बाद यह दावा समाप्त हो गया है। नीतीश कुमार ने जेडीयू का नेतृत्व किया है, तब से पार्टी का भारत गठबंधन में महत्व बढ़ा है। कांग्रेस भी नीतीश कुमार की प्रशंसा करने लगी है। यानी ललन सिंह के साथ इस सहयोग के पीछे भारत गठबंधन में जेडीयू की शक्ति को दिखाने का प्रयास किया गया है। यह भी माना जा रहा है कि नीतीश कुमार के लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एक रणनीतिक है।