
नई दिल्ली: भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत INS Vikrant पूरी तरह से बनकर तैयार हो गया है। इसे अगले महीने भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल कर लिया जाएगा जिससे आने वाले समय में नौसेना की समुद्री ताकत कई गुना अधिक बढ़ जाएगी।
बता दें कि, आईएएनएस विक्रांत एक विशालकाय जहाज है। यह पूरी तरह से स्वदेशी है। अब यह समुद्री मोर्चे पर दुश्मनों का कड़ा मुकाबला करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 सितंबर को नौसेना को आईएनएस विक्रांत सौपेंगे। आईएनएस विक्रांत के लिए नौसेना 26 लड़ाकू विमान खरीदेगी। इस बीच अमेरिकी विमान विनिर्माता बोइंग ने बुधवार को भारत के विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत के लिए डेक आधारित लड़ाकू विमानों की भारतीय नौसेना की जरूरत को पूरा करने के लिए अपने एफ/ए-18 सुपर हॉर्नेट को सर्वश्रेष्ठ प्लेटफॉर्म बताया।
मेक इन इंडिया को बढ़ावा
भारतीय नौसेना ने चार साल पहले अपने विमान वाहक पोत के लिए 57 बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान खरीदने की प्रक्रिया शुरू की थी। बोइंग इंडिया के अध्यक्ष सलिल गुप्ते ने कहा कि एफ/ए-18 सुपर हॉर्नेट ब्लॉक 3 भारतीय नौसेना के लिए सर्वश्रेष्ठ डेक आधारित विमान होगा और कंपनी देश के स्वदेशी एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में योगदान के अपने सफल ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर मेक इन इंडिया पहल को और मजबूत करना चाहती है।