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UP में अब Law & Order के बाद स्वास्थ्य व्यवस्था भी हुई फेल

उत्तर प्रदेश में दोबारा से योगी आदित्यनाथ की सरकार में वापसी तो हो गई है लेकिन कही कानून तो कही स्वास्थ्य व्यवस्था खराब होती हुई दिख रही है। ऐसे में एक ताजा मामला उत्तर प्रदेश के कन्नौज से सामने आ रहा है। बता दें कन्नौज में स्वास्थ्य विभाग की 108 एम्बुलेंस सेवा एक बार फिर से बेहाल नजर आ रही है। बता दें यहां एक महिला को उसके ससुराल वालों ने दहेज को लेकर बुरी तरह से पीटकर घायल कर दिया।

हालांकि जब बेटी के घायल होने की खबर पर ससुराल पहुंचे लड़की के परिजन तो उन्हें काफी देर तक एम्बुलेंस का इंतजार करना पड़ा लेकिन उसके बाद भी एम्बुलेंस नहीं आ पाई। जिसके बाद परिजनों ने घायल बेटी को एक ठिलिया पर लेटाकर बेटी को अस्पताल तक पहुंचाया गया। हालांकि खबरों के अनुसार अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में घायल का इलाज जारी है। हालांकि कन्नौज में सरकारी एम्बुलेंस सेवाओं की बड़ी लापरवाही से एक बात तो साफ है कि सूबे के मुखिया भले ही व्यवस्थाएं सुधारने की कोशिशों में जुटे हुए है। लेकिन जिम्मेदारों को उनकी कोशिशों की कोई फिक्र देखते हुए नजर नहीं आ रहा है।

दहेज को लेकर ससुराल वालों ने किया हमला

इस मामलें की पूरी जानकारी के बाद भी यूपी की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से अभी तक सोती हुई फिलहाल नजर आ रही है। बता दें पूरा मामला कन्नौज के सदर कोतवाली क्षेत्र के मौसमपुर अल्हड़ मोहल्ले का बताया जा रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि ठिलिया से घायल बहन को खींच रहा है। फिलहाल बताया जा रहा है कि यह युवक घायल महिला अंगूरी देवी अंकित की बड़ी बहन है। लड़की के पिता का कहना है की अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर ससुराल वालों ने आज सुबह उनकी बेटी को बुरी तरह से पीटा है।

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इसके साथ ही सूचना पर जब अंगूरी के परिजन उसकी ससुराल पहुंचे तो बेटी की हालत देख उनके होश उड़ गए। घायल बेटी को अस्पताल पहुंचाने के लिए पहले सरकारी एम्बुलेंस का नम्बर मिलाया गया था। लेकिन जब काफी देर तक एम्बुलेंस नहीं आई तो अंगूरी के परिजन उसे ठिलिया पर लादकर पास के कोतवाली पहुंच गए। इसके बाद थाने पर पूरे मामले की सूचना पुलिस को देने के बाद अस्पताल जाने के लिए परिजनों ने एक बार फिर एम्बुलेंस के लिए कोशिश किया। लेकिन जब कोई मदद न मिली तो परिजन ठिलिया से ही बेटी को इलाज के लिए लेकर जिला अस्पताल पहुंच गए। हालांकि इससे तरह की स्वास्थ्य व्यवस्था से परिवार वालें सरकार और जिला प्रशासन से काफी नाराज भी है।

रिपोर्ट: रईश खान

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