विदेशस्वास्थ्य

चीन पर छाया ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस का प्रकोप, अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की भीड़

China HMPV Virus : चीन से उठी कोरोना लहर की तबाही दुनिया देख चुकी है। कोरोना ने चीन ही नहीं, पूरी दुनिया में कत्लेआम मचाया। चीन के वुहान शहर का कोरोना वाला रहस्य आज तक रहस्य ही है। कोरोना महामारी के पांच साल हो गए। इस बीच चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) का प्रकोप फैलता जा रहा है। इसकी वजह से चीन में फिर से कोरोना जैसा नजारा दिख रहा है। ऐसे में अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ती ही जा रही है। श्मशान घाट भी भर चुके हैं।

HMPV से अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की भीड़

दरअसल चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) का प्रकोप फैलता जा रहा है। इसकी वजह से चीन में फिर से कोरोना जैसा नजारा दिख रहा है। अस्पतालों में मरीजों की भीड़ है। श्मशान घाट भी भर चुके हैं। ये खबर सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल रही है। कई रिपोर्ट ये दावा कर रही है कि ये वायरल कोरोना जितना खतरनाक हो सकता है।

https://twitter.com/COVID19_disease/status/1874481684122607783

अलर्ट मोड पर चीन

इस वायरस के फेल हो जाने से चीन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। हालांकि, अब भी इस वायरस को लेकर चीन बहुत कुछ सही से बता नहीं रहा है। वहीं, रॉयटर्स की एक रिपोर्ट की मानें तो चीन के रोग नियंत्रण प्राधिकरण ने शुक्रवार को कहा कि वह अज्ञात तरीके के निमोनिया के लिए एक निगरानी प्रणाली चला रहा है। सर्दियों में सांस संबंधी रोगों के मामले बढ़ने की आशंका है। एक खास सिस्टम स्थापित करने का मकसद अधिकारियों को अज्ञात रोगजनकों से निपटने के लिए प्रोटोकॉल स्थापित करने में मदद करना है। पांच साल पहले जब कोविड-19 का कारण बनने वाला कोरोना वायरस पहली बार सामने आया था, तब यह तैयारी बहुत कम थी।

HMPV के लक्षण कोविड-19 जैसे

एक मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन अभी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस से पूरी तरह तबाह है। HMPV में फ्लू जैसे लक्षण दिखते हैं। इसके लक्षण भी कोविड-19 जैसे ही होते हैं। फिलहाल, चीन के हाथ पांव फुल चुके हैं। चीन के स्वास्थ्य महकमे को कुछ समझ नहीं आ रहा है। हालांकि, स्वास्थ्य अधिकारी स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं।

‘SARS-CoV-2 (Covid-19)’ नाम के एक्स हैंडल की मानें तो चीन में इन्फ्लूएंजा ए, एचएमपीवी, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और कोविड-19 सहित कई वायरस एक साथ फैल रहे हैं। इनकी वजह से अस्पताल और श्मशान घाट पूरी तरह से भर गए हैं। निमोनिया और ‘व्हाइट लंग’ के बढ़ते मामलों से बच्चों के अस्पताल विशेष रूप से परेशान हैं।

कौन है वायरस का सॉफ्ट टारगेट

इस वायरस का सॉफ्ट टारगेट बच्चे और बुजुर्ग हैं. कोरोना के भी सॉफ्ट टारगेट यही थे. वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अधिकारियों ने फिर से मास्क पहनने की सलाह दी है. हेल्थ अफसरों ने कहा है कि भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें और मास्क पहनकर रहें. साथ ही बार-बार हाथ को सैनिटाइज करते रहें.

यह भी पढ़ें : PM मोदी दिल्ली वासियों को आज देंगे बड़ी सौगात, कई परियोजनाओं की रखेंगे नींव

Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र,  बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप

Related Articles

Back to top button