आखिर क्यों परमाणु ऊर्जा पर फिर से विचार कर रहा जापान, जानिए इसके पीछे की वजह
आधुनिक तकनीक के मामले में हम दुनियाभर के देशों की तुलना सुनते और देखते आ रहें हैं लेकिन अगर बात करें सही मायनों में आधुनिक तकनीक की तो जापान(Japan) इस मामले में तरक्की के स्तर पर सबसे आगे है। जापान ने ऊर्जा की समस्या हल करने के लिए एक परमाणु ऊर्जा (Nuclear Energy) को खोजा था और उसके कई परमाणु ऊर्जा संयत्र(Power Plant) देश की ऊर्जा समस्या का पूरा समाधान बन गए थे लेकिन सुनामी के चलते इस फुकुशिमा परमाणु संयंत्र(Fukushima Nuclear Power) को अचानक बंद करना पड़ा था। बंद होने से पहले इस परमाणु ने जापान में प्रदूषण का खतरा फैला दिया था इसके बाद जापान ने इस परमाणु को लेकर कई बड़े बदलाव भी किए थे। अब एक बार फिर जापान अपने इस परमाणु की समीक्षा करने जा रहा है।
भीषण गर्मी की वजह से जापान फिर से ला रहा नई परमाणु नीति
जापान दुनिया का सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था वाला देश है। तो ऐसे में आप सोच रहें होगें कि आखिर जापान फिर से परमाणु नीति लाने की क्यों सोच रहा है जबकि एक बार इस परमाणु ने प्रदूषण का स्तर बढ़ा दिया था तो ऐसे में आखिर ऐसी क्या वजह है जो जापान फिर से परमाणु की समीक्षा करने जा रहे है तो चलिए आपको बतातें हैं इसकी पीछे की वजह, दरअसल अधिक बिजली की मांग की वजह से जापान के प्रधानमंत्री फुमियो काशिदा इस पर विचार कर रहें हैं जिससे आने वाली नई पीढ़ी को किसी तरह का संकट ना झेलना पड़े उन्होनें कहा है कि इस नीति का फैसला हम इसी साल के अंत तक ले लेगें।
क्या होगीं इस फुकुशिमा परमाणु संयंत्र की आगे आने वाली नीतियां
जापान में आए सुनामी की वजह से फुकुशिमा परमाणु संयंत्र को अचानक बंद करना पड़ा था और इसके बाद जापान ने फैसला किया था कि अब बचे हुए संयंत्रों अगले 60 सालों तक उपयोग किया जाएगा। अधिकारियों ने सभी परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की सक्रियता की सीमा 40 साल कर दी और और अतिरिक्त 20 साल साथ साथ कड़े सुरक्षा उपाय अपनाने पर ही बढ़ाने की बात की थी। साल 2030 तक जापान को अपनी परमाणु ऊर्जा खपत को 20 प्रतिशत तक ले जाने की उम्मीद है और 2050 वह कार्बन रहित देश बनने का ऐलान कर चुका है।