
Bharat Ratna For Acharya Kishore Kunal : बिहार में आचार्य किशोर कुणाल के परिवार के बाद अब केंद्रीय मंत्री जीतन मांझी ने भी उन्हें भारत रत्न ना देने पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि आचार्य किशोर कुणाल को भारत रत्न देना चाहिए था। ये बयान केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने किशोर कुणाल को पद्मश्री सम्मान मिलने पर दिया है। उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से मांग करते हैं कि किशोर कुणाल को भारत रत्न दिया जाए।
जीतन राम मांझी ने बताई वजह
केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव रहे स्वर्गीय आचार्य किशोर कुणाल को भारत रत्न देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जिस रूप में उन्होंने जाति, धर्म, पंथ से ऊपर उठकर मानवता की सेवा की, जिस रूप में उन्होंने पुलिस विभाग में रहकर बेदाग छवि बनाए रखा, वह प्रशंसनीय है। जीतन राम मांझी पटना में पूर्व आईपीएस अधिकारी, बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद के पूर्व अध्यक्ष और महावीर मंदिर न्यास समिति के संस्थापक सचिव आचार्य स्वर्गीय किशोर कुणाल के श्राद्ध कर्म में शामिल हुए। कुर्जी स्थित बिहार विद्यापीठ परिसर में आयोजित श्राद्धकर्म में उन्होंने किशोर कुणाल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
दशरथ मांझी और नीतीश कुमार को भी मिले भारत रत्न
आपको बता दें कि दशरथ मांझी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी भारत रत्न देने की मांग जीतन राम मांझी ने की है।
किशोर कुणाल के परिवार ने भी की थी भारत रत्न की मांग
वहीं जीतन राम मांझी से पहले किशोर कुणाल के परिवार ने भी सवाल खड़े किए थे। कद और योगदान को देखते हुए पद्मश्री सम्मान को छोटा माना जा रहा है।
इंडिया गठबंधन पर क्या बोले मांझी
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने इंडी गठबंधन में टूट को लेकर हो रही बयानबाजी पर कहा कि हम लोग बहुत पहले कहते थे कि एक जंतु होता है, जिसको एक तराजू पर तौला नहीं जा सकता। वे लोग उसी प्रकार के जंतु हैं। कभी उछल-कूद कर इधर होंगे, कभी उधर होंगे, यह उसी का नतीजा है। इस गठबंधन का शुरू से ही कोई मकसद नहीं है। विकास के लिए तो ऐसा वे कर नहीं रहे हैं। उनका एक ही मकसद है, कौन प्राइम मिनिस्टर बनेगा, लीडर कौन बनेगा? जिसका उद्देश्य खत्म है, उसका टूटना स्वाभाविक है।
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