
Uttarakhand: पौड़ी, पर्यटन नगरी पौड़ी में इको टूरिज्म और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे देव दर्शन के साथ ही प्रकृति का भी पर्यटक और ट्रेकर्स दीदार कर पाए।
Uttarakhand: इको टूरिज्म के तहत पौड़ी में झंडीधार, उल्खागड़ी, रानीगढ़, दीबा देवी जैसे ट्रेकिंग रूट्स को पर्यटन विभाग और वन विभाग के द्वारा डेवलप किया जा रहा है, इनमे से अधिकतर ट्रेकिंग रूट्स पर 60 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है और अब जल्द शेष कार्य पूरा होते ही ये ट्रेकिंग रूट्स पर्यटकों का मन मोह लेंगे।
बांज बुरांश देवदार के घने जंगल से होकर गुजरने वाले इन ट्रेकिंग रूट्स में अधिकतर ट्रेकिंग रूट्स ढाई से 3 किलोमीटर की है, जिन्हें आसानी से पूरा किया जा सकता है, वहीं धार्मिक पर्यटन पर भी प्रशासन का अधिक जोर है, यहां 52 गढ़ में से एक कत्यूरी राजवंश के राजा अजयपाल की राजधानी रही देवलगढ़ के विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जहां माता राजराजेश्वरी और गौरा देवी का प्राचीन मंदिर समेत राजवंश की कई प्राचीन शिलाएं मौजूद हैं।
रिपोर्ट- मुकेश बछेती, पौड़ी
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