फटाफट पढ़ें
- ओम प्रकाश राजभर ने पीडीए पर कड़ा हमला किया
- पीडीए को ‘परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी’ कहा
- सपा पर पिछड़ों का शोषण करने का आरोप
- अखिलेश ने स्कूल मर्जर पर तीखी आलोचना की
- सपा कार्यकर्ता पढ़ाई जारी रखने का दावा
UP News : उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी द्वारा चलाई जा रही ‘पीडीए पाठशाला’ पर तीखा हमला किया है. उन्होंने समाजवादी पार्टी के ‘पीडीए’ को ‘परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी’ बताया और कहा कि इसमें ‘ए’ से अखिलेश ‘डी’ फॉर डिंपल है. सपा ने सिर्फ पिछड़ों के नाम पर सिर्फ उनका शोषण किया है.
मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव जब ‘पीडीए’ की बात करते हैं, तो उनके लिए इसका मतलब ‘परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी’ होता है, उन्होंने बताया कि सपा ने पीडीए की पाठशाला चलाई. जिसमें ‘प’ परिवार, ‘डी’ डिंपल और ‘अ’ खिलेश को दर्शाता है.
सपा की रणनीति पर सवाल
सपा की पाठशाला में यहीं तो पढ़ाया जा रहा है. उन्होंने सवाल किया कि फिर राजभर कहां जाएगा, कहां जाएंगे प्रजापति, पाल या चौहान कहां जाएंगे और पिछड़ी जातियां कहां जाएंगी. राजभर ने कहा कि ‘खाली लेकर नाम नसीबों का.. चूसा खून अति पिछड़ों का…’ अब ये नहीं चलेगा.
दरअसल, उत्तर प्रदेश में स्कूलों के मर्जर किए जाने के फैसले के बाद समाजवादी पार्टी उन क्षेत्रों में पीडीए पाठशाला चला रही हैं जहां स्कूल बंद किए गए हैं. जिसे लेकर सपा और बीजेपी के बीच काफी जुबानी जंग देखने को मिली थी. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पांच अगस्त को भी पीडीए पाठशाला को लेकर योगी सरकार पर हमला किया था.
सपा कार्यकर्ता पीडीए पाठशाला बंद नहीं होने देंगे
अखिलेश यादव ने दावा किया कि सपा कार्यकर्ता पीडीए पाठशाला में बच्चों को तब-तक पढ़ाते रहेंगे जब तक सरकार खुद इन स्कूलों में योग्य शिक्षकों को नियुक्त नहीं करती हैं. पुलिस प्रशासन द्वारा उनकी पीडीए पाठशाला को रोका नहीं जा सकता है. उन्होंने कहा कि जब सरकार अपने कर्तव्यों से मुंह मोड़ लेती है तब सपा के कार्यकर्ता खड़े होते हैं.
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कहा कि उन्हें खुद उन स्कूलों का दौरा करना चाहिए जहां छतें गिर रही हैं और बच्चे घायल हो रहे हैं. इससे साफ होता है कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था चरमरा रही है. सरकार ने खुद स्वीकार किया है कि कई स्कूलों को बंद और कई का मर्जर किया गया है.
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