
लक्सर में लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में लोगों का बेहद नुकसान हुआ है। उनकी फसलों, मकानों, पशुओं के साथ-साथ जान को भी हानि हुई है। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने लक्सर पहुंचकर चौथी बार बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा कर बाढ़ प्रभावित का हाल चाल जाना। इस दौरान उन्होंने बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लिया।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बताया
उन्होंने कहा कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में मेरी मौजूदगी सरकार के आपदा प्रबंधन को सतर्क करती रहेगी उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिला कि वह बाढ़ के संबंध में सीधे मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे और नुकसान के हिसाब से पीड़ितों को मुआवजा दिलाने की मांग रखेंगे। इसके अलावा हरीश रावत ने इस मौके पर शासन प्रशासन की कार्यशैली पर उंगली उठाई। बाढ़ आने के बाद से आज तक शासन प्रशासन का रवैया बेहद ढीला रहा है। कई ऐसे इलाके हैं जिनसे अभी तक जल भराव की समस्या को दूर नहीं किया गया। किसानों के पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था नहीं की गई और लोगों के घरों और रास्तों में भरे बरसाती पानी को निकालने का काम भी प्रशासन द्वारा नहीं किया गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि शासन-प्रशासन बाढ़ आपदा मामले में पूरी तरह फेल नजर आया है। उन्होंने कहा कि यदि शासन द्वारा बाढ़ पीड़ितों को उचित सहायता मुहैया नहीं कराया गया। तो मजबूरन उन्हें विपक्ष के नाते बाढ़ प्रभावित के लिए शासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
रिपोर्टर जसवीर सिंह
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