
मंकीपॉक्स (Monkeypox) संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण चिंता गहराने लगी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक वैश्विक स्तर पर मंकीपॉक्स के मामले 18 हजार के आंकड़े को पार कर चुके हैं। दुनिया भर में इसके खतरे को बढ़ते देख संयुक्त राष्ट्र एजेंसी भी इसे ग्लोबल इमरजेंसी घोषित कर चुकी है। WHO के महानिदेशक टेड्रोस गेब्रेयेसस ने मंकीपॉक्स के जोखिम को कम करने के लिए कई तरह की गाइडलाइन्स जारी की हैं जिसमें पुरुषों के सेक्सुअल बिहेवियर से जुड़ी कुछ खास बातें हैं।
मंकीपॉक्स संक्रमण किसी को भी हो सकता है। हालांकि, इसका सेक्स कनेक्शन भी सामने आया है। अभी तक दुनिया में इसके जितने केस आए हैं, उनमें से अधिकतर पुरुष हैं और गे हैं, यानी दूसरे पुरुषों के साथ उन्होंने शारीरिक संबंध बनाए थे। ये गाइडलाइंस यूके और न्यूयॉर्क सिटी के डेटा के बाद सेक्सुअल कॉन्टैक्ट को लेकर जारी किए जा रहे हैं। खासतौर पर कंडोम के इस्तेमाल की सलाह दी जा रही है। उन्होंने कहा है कि संक्रमण फैलने का एकमात्र रास्ता नहीं है, बल्कि किसी भी तरह से करीबी संपर्क से यह संक्रमण फैल सकता है।
सेक्स से फैलता है संक्रमण- WHO
WHO के मुताबिक़ मंकीपॉक्स बाकी दूसरे संक्रमणों जितना संक्रामक नहीं है, न ही कोविड की तरह यह लोगों के बीच आसानी से फैलता है। मंकीपॉक्स का संक्रमण किसी संक्रमित व्यक्ति या उनके इस्तेमाल वाली चीजों के सीधे संपर्क में आने से फैलता है। इसका वायरस हमारी त्वचा पर हुए किसी घाव या आंख, नाक या मुंह के रास्ते शरीर में जा सकता है। सेक्स से भी संक्रमण फैलता है।
98 फीसदी Monkeypox संक्रमण किसे
मंकीपॉक्स पर समाचार एजेंसी एएनआई ने रॉयटर्स के हवाले से बताया, WHO ने कहा है कि वैश्विक स्तर पर 78 देशों से मंकीपॉक्स संक्रमण के 18,000 से अधिक मामले सामने आए हैं। अधिकांश मंकीपॉक्स केस यूरोप में हैं। WHO महानिदेशक टेड्रोस गेब्रेयेसस ने कहा कि मई में मंकीपॉक्स सामने आया। इसके बाद से 98 प्रतिशत मंकीपॉक्स के मामले समलैंगिक, उभयलिंगी और पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले अन्य पुरुषों में पाए गए हैं।