फटाफट पढ़ें
- ट्रंप ने भारत पर टैरिफ बढ़ाकर 50% किया
- जेलेंस्की ने रूस से व्यापार पर टैरिफ सही कहा
- मोदी, पुतिन और जिनपिंग ने चीन में बैठक की
- भारत ने रूस से तेल खरीदना बंद नहीं किया
- रूस-यूक्रेन युद्ध अब भी जारी है
Donald Trump US : यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमी जेलेंस्की ने रूस के प्रति कड़ा रूख अपनाते हुए कहा कि जो लोग उसके साथ व्यापार करते हैं, उन पर टैरिफ लगाना सही है.
भारत और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, जहां राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर कुल 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है. इस कदम को लेकर उन्हें अपने ही देश में आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है. इसी बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमीर जेलेंस्की ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है. जेलेंस्की ने भारत पर लगे टैरिफ को सही ठहराया है और अपने बयान में रूस का भी जिक्र किया. यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध कई महीनों से जारी है और अब तक खत्म नहीं हुआ है.
रूस से व्यापार करने वालों पर टैरिफ लगाना सही
दरअसल एक अमेरिकी पत्रकार ने जेलेंस्की से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन की चीन में हुए एससीओ समिट की मीटिंग का जिक्र किया. पत्रकार ने सवाल पूछा कि क्या ट्रंप का टैरिफ लगाने का फैसला उल्टा पड़ रहा है. इस पर जेलेंस्की ने जवाब दिया, ”रूस से सौदा करने वाले देशों पर टैरिफ लगाना बिल्कुल सही है.”
मोदी, पुतिन और जिनपिंग ने चीन में बैठक की
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में एससीओ समिट के लिए चीन दौरे पर गए थे. उन्होंने इस दौरान रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ खास मीटिंग की थी. उन्होंने जिनपिंग से भी मुलाकात की. इन तीनों नेताओं की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होते ही खूब चर्चा में आ गई. माना जा रहा है कि अगर ये तीनों देश मिलकर आगे बढ़े तो एक नई वैश्विक ताकत के रूप में उभर सकते हैं.
ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया था
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया था, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर कुल 50 प्रतिशत कर दिया. उन्होंने भारत से कहा था कि वह रूस से तेल खरीदना बंद कर दे, क्योंकि उनका मानना है कि रूस अपनी तेल की कमाई का इस्तेमाल युद्ध के लिए कर रहा है. हालांकि, भारत ने अपनी बात पर टिका रहा. इसी वजह से उस पर ज्यादा टैरिफ लगाया गया.
रूस और यूक्रेन के बीच कई महीनों से जारी युद्ध अभी भी समाप्त नहीं हुआ है. इसे रोकने के लिए विश्व के कई प्रमुख नेताओं ने कोशिशें कीं लेकिन सफलता नहीं मिल पाई. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन और जेलेंस्की से मुलाकात की, बावजूद इसके समस्या का कोई समाधान नहीं निकला है.
यह भी पढ़ें : लखनऊ में बिजली व्यवस्था में बड़ा बदलाव, 1 नवंबर से लागू होगा ‘वर्टिकल सिस्टम’
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप









