अक्षय तृतीया 2022: अक्षय तृतीया में कौड़ियां खरीदना क्यों शुभ माना जाता है, जानिए?

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अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya)के दिन मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के लिए बहुत महत्व रखता है। इस दिन मां लक्ष्मी का पूजन करना शुभ फलदायी माना जाता है। दिन सुबह स्नान करके माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा से दिन की शुरुआत करनी चाहिए। ऐसा करने से ऐश्र्वर्य और वैभव की प्राप्ति होती है।

कौड़ियां
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अक्षय तृतीया Akshaya Tritiya 2022 का दिन मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के लिए बहुत महत्व रखता है। इस दिन मां लक्ष्मी का पूजन करना शुभ फलदायी माना जाता है।

इस दिन लोग अपनी क्षमता के अनुसार वस्तुओं की खरीदारी जरूरत करनी करनी चाहिए। मान्यता है कि इस दिन सुबह स्नान करके माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा से दिन की शुरुआत करनी चाहिए। ऐसा करने से ऐश्र्वर्य और वैभव की प्राप्ति होती है।

अक्षय तृतीया में कौड़ियां खरीदना शुभ

अक्षय तृतीया के दिन अगर आप सोना नहीं खरीद पा रहे हैं तो सफेद कौड़ियां जरूर खरीदनी चाहिए। इस दिन 11 कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर माता लक्ष्मी के पास पूजा स्थल पर रख दें और सुबह-शाम माता लक्ष्मी के साथ पूजा करें। कौड़ियों से माता लक्ष्मी आकर्षित होती हैं क्योंकि मां लक्ष्मी की तरह ही कौड़िया भी समुद्र से उत्पन्न हुई हैं। इसके बाद अगले दिन लाल कपड़े में बंधी कौड़ियों को धन के स्थान पर रख दें। ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन संबंधित समस्या का अंत होता है।

धन लाभ के लिए करें इस मंत्र का जाप

इस दिन 11 कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर माता लक्ष्मी के पास पूजा स्थल पर रख दें। एक बड़ा तेल का दीपक जला लें। इसके बाद इस मंत्र का 5 माला का जाप करें।
मंत्र

सिद्धि बुद्धि प्रदे देवि भुक्ति मुक्ति प्रदायिनी।

मंत्र पुते सदा देवी महालक्ष्मी नमोस्तुते।।

समस्याओं से निकलने के लिए मंत्र

अक्षय तृतीया के दिन लक्ष्मी पूजा के समय अपने सामने सात गोमती चक्र रख लें और फिर महालक्ष्मी यंत्र स्थापित कर लें। इसके बाद सात तेल के दीपक जलाएं। इसके बाद शंख माला से हुं हुं हुं श्रीं ब्रं ब्रं फट् मंत्र की 51 माला का जाप करें।

इस मंत्र को करने से होगा सकारात्मक ऊर्जा का संचार

अक्षय तृतीया के दिन एक शंख, 11 कौड़िया, सात गोमती चक्र और लगभग 100 ग्राम सरसों को पीसकर रख लें। शाम को चौकी पर इन सब को एक कटोरी में रख लें। इसके बाद सरसों के तेल का दीपक जलाकर रखें। इसके बाद “ॐ दक्षिण भैरवाय भूत-प्रेत बंध, तंत्र बंध, निग्रह, सर्व शत्रु संहारिणी मम कार्य सिद्धिम कुरु-कुरु स्वाह” का जाप करें।

इस जाप को करने से सभी नकारात्मक शक्तियां दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहेगा।

इस दिन श्री विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करना लाभदायी रहता है तथा मां लक्ष्मी के इन मंत्रों से व्यापार में उन्नति एंव आर्थिक सफलता प्राप्त होती है।