ग्लोबल साउथ अपनी स्वायत्तता चाहता है : पीएम मोदी
New Delhi: पीएम मोदी ने वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट के दूसरे सत्र को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि 1 साल के अंदर ग्लोबल साउथ के 2 समिट होना और उसमें आप सभी का जुड़ना अपने आप में दुनिया के लिए बहुत बड़ा संदेश है। पीएम मोदी ने कहा कि ये संदेश है कि ग्लोबल साउथ अपनी स्वायत्तता चाहता है।
ग्लोबल साउथ बड़ी जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार
पीएम मोदी ने कहा कि ये संदेश है कि ग्लोबल साउथ अपनी स्वायत्तता चाहता है। ये संदेश है कि ग्लोबल साउथ वैश्विक मामलों में बड़ी जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार है। आज इस समिट ने हमें एक बार फिर अपनी साझा अपेक्षाओं और आकांक्षाओं पर चर्चा करने का अवसर दिया है।
हमने उनमें से प्रत्येक पर प्रगति की है
भारत को गर्व है कि हमें G-20 जैसे महत्वपूर्ण मंच पर ग्लोबल साउथ की आवाज को एजेंडा पर रखने का अवसर मिला। पीएम मोदी ने कहा कि पहली वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट में मैंने कुछ प्रतिबद्धताओं की बात की थी। मुझे खुशी है कि हमने उनमें से प्रत्येक पर प्रगति की है।
समस्याओं का व्यावहारिक समाधान खोजा जाएगा
आज सुबह ग्लोबल साउथ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को लॉन्च किया गया। ये केंद्र विकासशील देशों के विकासात्मक मुद्दों से संबंधित अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करेगा। इस पहल के माध्यम से ग्लोबल साउथ में समस्याओं का व्यावहारिक समाधान खोजा जाएगा।
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