Diplomacy: US में हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान

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Diplomacy: केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को अमेरिका में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि चरमपंथियों को जगह नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, “मैंने इसे देखा है। चरमपंथियों, अलगाववादियों और ऐसी ताकतों जो भारत के खिलाफ है, इसको विदेशी भूमि में जगह नहीं दी जानी चाहिए। वहां हमारे वाणिज्य दूतावास ने सरकार और पुलिस से शिकायत की और जांच चल रही है।” जयशंकर का यह बयान संयुक्त राज्य अमेरिका में कैलिफोर्निया के नेवार्क शहर में स्वामीनारायण मंदिर की बाहरी दीवारों पर भारत विरोधी और खालिस्तान समर्थक नारे वाली भित्तिचित्रों के साथ विरूपित किए जाने के बाद आया है। भित्तिचित्र में दीवारों पर मारे गए खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले के नाम का भी उल्लेख है।

Diplomacy: वाणिज्य दूतावास ने की निंदा

हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, “खालिस्तान आतंकवादी सरगना # भिंडरावाले का उल्लेख, जिसने हिंदुओं को हत्या के लिए निशाना बनाया, विशेष रूप से मंदिर जाने वालों को आघात पहुंचाने और हिंसा का डर पैदा करने के लिए है”। सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने शनिवार को कहा कि इस घटना से भारतीय समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं। वाणिज्य दूतावास ने एक बयान जारी कर कहा, “हम कैलिफोर्निया के नेवार्क में एसएमवीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर को भारत विरोधी भित्तिचित्रों से विरूपित करने की कड़ी निंदा करते हैं। इस घटना से भारतीय समुदाय की भावनाएं आहत हुई है’’।

Diplomacy: निखिल गुप्ता को मिले कांसुलर सहायता

विदेश मंत्री ने चेक गणराज्य में हिरासत में लिए गए और अमेरिकी धरती पर एक सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश रचने के आरोप का सामना कर रहे भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को कांसुलर सहायता प्रदान करने के बारे में भी बात की। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि निखिल गुप्ता को काउंसलर पहुंच की आवश्यकता थी, हमारे दूतावास ने वह प्रदान किया। उन्हें तीन बार राजनयिक पहुंच दी गई है। गुप्ता के खिलाफ अमेरिका द्वारा आरोप लगाए गए थे, जिसमें उन पर अमेरिका स्थित सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नून, जिनके पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है। उसको मारने की नाकाम साजिश में एक भारतीय सरकारी कर्मचारी के साथ काम करने का आरोप लगाया गया था।

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