मोरक्को में 6.8 तीव्रता के भूकंप से सैकड़ों लोगों की मौत, भूकंप से मची भगदड़

मोरक्को में 6.8 तीव्रता के भूकंप से सैकड़ों लोगों की मौत, भूकंप से मची भगदड़
मोरक्को में शुक्रवार 8 सितंबर की रात, बिती कई रातों से ज्यादा काली साबित हुई। दरअसल मोरक्को में शुक्रवार को आए भूकंप में 2000 से अधिक लोगों की मौत हो गई। इसके कारण मोरक्को में भारी नुकसान हुआ है, जिससे उबरने में मोरक्को को लंबा समय लगेगा। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार, मोरक्को में 6.8 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया। इस भूकंप का केंद्र माराकेश से 72 किलोमीटर दूर दक्षिण पश्चिम में था। मोरक्को सरकार ने बताया कि भूकंप में अभी तक 2012 लोगों की मौत हुई है और 2059 लोग घायल हैं। इनमें से 1404 लोगों की हालत गंभीर है।
मोरक्को का सबसे तेज भूकंप
बीते 120 सालों में यह उत्तर अफ्रीकी देश मोरक्को का सबसे तेज भूकंप था। लोगों ने बताया कि मोरक्को के कासाब्लांका और राबत शहरों में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। एक बुजुर्ग महिला के अनुसार भूकंप के दौरान वे सो रही थी, लेकिन दरवाजे बजने की आवाज से उठ गईं थी। वह इससे घबराकर तुरंत घर से बाहर निकल गईं। बताया जा रहा है कि तारोदांत राज्य के अल हौज में भूकंप का केंद्र था और वहीं पर सबसे ज्यादा लोगों की जान गई है। इसके अलावा क्वारजाते, चिचौआ, अजिलाल और यूसुफिया प्रांत के साथ ही माराकेश और अगादिर में भी लोगों की जान गई है। एक व्यक्ति ने बताया कि जैसे ही भूकंप आया, वैसे ही असहनीय चीख-पुकार मच गई। लोगों में भगदड़ सी मच गई। उस व्यक्ति ने बताया कि लोग अभी भी डरे हुए हैं और डर के कारण सड़कों पर सो रहे हैं।
मोरक्को की सरकार ने बताया कि संसाधनों को इकट्ठा कर प्रभावित इलाकों में मदद भेजी गई है। लोगों से अपील की गई है कि वह रक्तदान करें। सेना ने फील्ड अस्पताल बनाकर लोगों का इलाज भी शुरू कर दिया है। मोरक्को में भूकंप से भारी नुकसान हुआ है लेकिन अभी तक इसका आकलन किया जा रहा है।
विदेशी नेताओं ने जताया दुख
विदेशी नेताओं ने मोरक्को में मारे गए लोगों के प्रति संवेदनाएं जाहिर की हैं। पीएम मोदी ने शनिवार को जी20 बैठक के दौरान ही मोरक्को के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी बयान जारी कर कहा है कि वह मोरक्को में भूकंप से हुए जान-माल की हानी से दुखी हैं और उन्होंने मोरक्को की सरकार को हरसंभव मदद की बात कही है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी दुख व्यक्त किया है। पोप फ्रांसिस ने भी अपनी संवेदनाएं जाहिर की हैं।