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मेक्सिको में पहली महिला राष्ट्रपति के लिए मंच तैयार, क्या देश का बदलेगा इतिहास?

मेक्सिको में पहली महिला राष्ट्रपति के लिए मंच तैयार, क्या देश का बदलेगा इतिहास?

मेक्सिको में पहली महिला राष्ट्रपति के लिए मंच तैयार, क्या देश का बदलेगा इतिहास?

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विश्व में महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। कुछ ऐसा ही मैक्सिको में भी देखने को मिल रहा है। मैक्सिको में महिलाओं का दबदबा राजनीति के क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा है। 21वीं शताब्दी की शुरुआत में मैक्सिकन महिलाओं ने राजनीति में प्रवेश किया। मैक्सिको में 2024 में राष्ट्रपति पद का चुनाव होने वाला है, जिसके लिए मैक्सिकन सत्तारूढ़ दल ने हाल ही में क्लाउडिया शीनबाम को राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में नामित किया है तो वहीं जोचिटल गैल्वेज मुख्य विपक्षी दावेदार के रूप में नामित हुई हैं।    

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महिला उम्मीदवार की टिप्पणी
मैक्सिको की पहली महिला राष्ट्रपति उम्मीदवार जोसेफिना वाजक्वेज मोटा ने शनिवार 9 सितंबर को कहा कि दोनों महिला उम्मीदवारों ने राजनीति में तब प्रवेश किया जब देश में हर 5 में से 4 सीनेटर पुरुष थे। मुझे यकीन है कि यह एक ऐतिहासिक मोड़ साबित हो सकता है। सचिव मारिया डेल कारमेन का कहना है कि एक बार जरा कल्पना कीजिए कि मैक्सिको जैसे मर्दवादी देश में एक महिला राष्ट्रपति हो और यहां पुरुषों के बराबर महिलाओं का वेतन हो। वहीं, एंजेलिका रोड्रिग्ज का कहना है कि हमने इन नए बदलावों को महसूस करना शुरू कर दिया है। सिर्फ गर्भवती होने के कारण मैंने 20 साल पहले अपनी सरकारी खो दी थी। क्योंकि, यहां पुरुष सिर्फ पुरुषों को ही नौकरी देना चाहते थे।

“यह पितृसत्तात्मक देश में असाधारण है,” जोसेफिना वाज़क्वेज़ मोटा ने कहा, जिन्होंने 2012 में मेक्सिको की मुख्य पार्टियों में से एक के लिए पहली महिला राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार के रूप में इतिहास रचा था। “मुझे यकीन है कि यह एक ऐतिहासिक मोड़ साबित होने वाला है,” वाज़क्वेज़ मोटा ने कहा, एक सीनेटर, जो गैलवेज़ की तरह, केंद्र-दक्षिणपंथी नेशनल एक्शन पार्टी या पैन का प्रतिनिधित्व करता है, जिसने 2000-2012 तक शासन किया था। मैक्सिकन सुप्रीम कोर्ट द्वारा गर्भपात को अपराध मानने वाले संघीय कानून को रद्द करने के कुछ दिनों के भीतर यह पुष्टि हुई कि 2 जून के चुनाव में दोनों प्रमुख उम्मीदवार महिलाएं होंगी।

महिलाओं के प्रति बढ़ी हिंसाएं
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार  हाल ही में मैक्सिकन सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात को अपराध मानने वाले कानून को रद्द करने का ऐतिहासिक फैसला सुनाया था, जिसके कुछ ही दिन बाद सत्तारूढ़ दल ने राष्ट्रपति पद के लिए महिला उम्मीदवार की घोषणा की। मैक्सिको में 52 प्रतिशत जनसंख्या महिलाओं की है बावजूद इसके देश पुरुष प्रधान है। दरअसल  वर्तमान में केवल होंडुरास और पेरू में ही महिला राष्ट्रपति हैं। अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में शीनबाम या गैल्वेज की जीत होती है तो वे मैक्सिको सहित अमेरिका-कनाडा में आम चुनाव जीतने वाली पहली महिला होंगी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मैक्सिको में साल 2015 के बाद से महिलाओं के प्रति भेदभाव और हत्याएं तिगुनी हो गई हैं। 2020 की जनगणना के अनुसार, 100 में 4 नाबालिग लड़कियों का या तो विवाह हो चुका है या फिर वह वैवाहिक संबंधों में बंध चुकी हैं।

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