आज कोविंद समिति की वन-नेशन वन-इलेक्शन को लेकर बैठक, इसमें लॉ कमीशन चुनाव कराने को लेकर रोडमैप शेयर करेगा

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दिल्ली में आज वन नेशन वन चुनाव को लेकर एक बैठक होगी। यह पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अगुवाई में लॉ कमीशन की समिति को एक मार्गदर्शिका देगा, जो एक साथ चुनाव कराने पर विचार करेगी। केंद्र सरकार की हाई लेवल कमेटी की पहली बैठक 23 सितंबर को दिल्ली के जोधपुर ऑफिसर्स हॉस्टल में हुई थी। इसमें निर्णय लिया गया था कि चुनाव के मुद्दे पर मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय और राष्ट्रीय पार्टियों की राय ली जाएगी।

2 सितंबर को गठित इस कमेटी में गृह मंत्री अमित शाह और पूर्व सांसद गुलाम नबी आजाद सहित आठ सदस्य हैं। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को कमेटी का विशिष्ट सदस्य बनाया गया है।

क्या है वन नेशन वन इलेक्शन

फिलहाल भारत में लोकसभा चुनाव और राज्य विधानसभा चुनाव अलग-अलग समय पर होते हैं। वन नेशन वन इलेक्शन का अर्थ है कि पूरे देश में एक साथ चुनाव हों। यिनी मतदाता एक ही दिन, एक ही समय पर या चरणबद्ध तरीके से लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के सदस्यों को चुनने के लिए वोट डालेंगे।

बता दें आजादी के बाद 1952, 1957, 1962 और 1967 में एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव हुए, लेकिन 1968 और 1969 में कई विधानसभाएं समय से पहले ही भंग कर दी गईं। 1970 में भी लोकसभा भंग कर दी गई। इससे एक देश एक चुनाव की परंपरा समाप्त हो गई।

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