Women reservation Bill पर राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे और जेपी नड्डा के बीच बहस, आपस में भिड़े
महिला आरक्षण बिल को लेकर राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बीच तीखी बहस देखने को मिली। दरअसल बिल पेश किए जाने के बाद सत्ता पक्ष की ओर से नड्डा ने जैसे ही बोलना शुरू किया कि बीच में ही मल्लिकार्जुन खरगे ने उन्हें टोक दिया। इस बिल पर दोनों नेताओं के बीच तीखी चर्चा और नोंक-झोंक देखने को मिली। खरगे ने इस दौरान जेपी नड्डा से सवाल किया कि सरकार महिलाओं को तत्काल आरक्षण नहीं दे रही बल्कि महिलाओं को आरक्षण का झुनझुना थमा रही है।
मल्लिकार्जुन खरगे के इस सवाल पर जवाब देते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि सरकार पक्का काम करना चाहती है। बता दें कि नड्डा और खरगे के बीच की यह बहस इतनी बढ़ गई है कि राज्यसभा के सभापति उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को बीच बचाव करना पड़ा। मल्लिकार्जुन खरगे जेपी नड्डा को टोकते हुए कहा कि जब पंचायत में रिजर्वेशन तत्काल लागू होता है तो यह महिला आरक्षण क्यों नहीं? खरगे इस दौरान कबीर का दोहा सुनाते हुए कहा, ‘काल करे सो आज कर, आज करे सो अब। पल में परलय होएगी, बहुरि करेगा कब।’
इसपर जेपी नड्डा ने जवाब देते हुए कहा कि महिलाओं को किस सीट पर आरक्षण मिलना है और किस सीट पर उन्हें आरक्षण नहीं मिलना है, इसका फैसला कौन करेगा। इसका फैसरा ज्यूडिशियल बॉडी द्वारा किया जाता है, ना कि सरकार द्वारा। किसी भी सीट पर उन्हें नामित करना पड़ता है। उन्होंने जवाब देते हुए कहा, ‘ अगर सरकार में हूं, ऐसे में मैं अगर वायनाड, रायबरेली और कुलबुर्गी को रिजर्व कर दूं तों.’ इस दौरान बोलते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि हमारी मंशा महिलाओं को सशक्त करने की है, ना कि राजनीतिक फायदा लेने की।
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