वित्त मंत्री बोलीं- बैंकों में UPA का फैलाया रायता हम समेट रहे हैं, अब सरकारी बैंक भी मुनाफे में

इन दिनों संसद सत्र के दौरान कई ऐसे बाते है जो लगातार चर्चा का विषय बनते जा रही है। पक्ष विपक्ष के बिच वाद विवाद जारी है। तमाम कई ऐसे मंत्री, सांसद टिप्पणी दे रहे है जो सुर्खियों से हटने का नाम नहीं ले रही है। इसी बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस समय पूरी दुनिया आर्थिक संकट से जूझ रही है। अमेरिका और चीन जैसी बढ़ी इकोनॉमी डाउनग्रेड हो रही हैं, जबकि भारत दुनिया की फास्टेस्ट ग्रोइंग इकोनॉमी बनी हुई है। इस दौरान निर्मला ने यूपीए और मोदी सरकार में अंतर बताया। उन्होंने कहा कि आप जनता से कहते थे मिलेगा, जबकि हम कहते हैं मिल गया।
वित्त मंत्री ने भारत की फास्टेस्ट ग्रोइंग इकोनॉमी का श्रेय पीएम मोदी को देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने हमारी पॉलिसी को सुधारा, जिसकी वजह से हम कोरोना के बुरे दौर को पीछे छोड़ते हुए आगे बढ़ पाए। उन्होंने कहा कि जब हम सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास पर काम करते हैं। आज जनधन, आयुष्कान भारत, जन औषधि जैसी योजनाओं के जरिए सबका विकास कर रहे हैं।
बता दें वित्त मंत्री ने बताया कि 2014 में देश में 80 केंद्र थे, लेकिन बीते 9 साल में 9,884 जन औषधि केंद्र खोले गए हैं। वहीं अन्य सेक्टर्स का डेटा बताते हुए उन्होंने कहा कि कैपिटल एक्सपेंडिचर साल 2014 में 3.92 लाख करोड़ से बढ़कर अब 10.9 लाख करोड़ हो गया है।
बता दें वित्त मंत्री ने कहा कि दुनिया में विकास दर 3% पर पहुंच गई है। आज दुनिया मंदी के दौर से गुजर रही है और ब्रिटेन-जर्मनी जैसे देश भी चुनौतियों से जूझ रहे हैं। यूरोप भी आर्थिक संकट में है, लेकिन भारत सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गया है। साल 2014 में भारत ग्लोबल में 10वें पायदान पर था, लेकिन आज ये तेज रफ्तार के साथ 5वें नंबर पर आ गया है। हमारी डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर, यानी DBT स्टोरी ने बाकी दुनिया के लिए एक उदाहरण स्थापित किया है। UPA ने 2013-14 में केवल 7,367 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। उस अमाउंट से 2014-15 तक ही DBT ट्रांसफर 5 गुना बढ़ गया है। पिछले वित्त वर्ष में हमने DBT के माध्यम से 7.16 लाख करोड़ रुपए ट्रांसफर किए हैं।
ये भी पढ़ें: उम्र की बाधाओं को तोड़कर 55 साल की वीरपाल कौर बनीं मिसाल, नेशनल लेवल दौड़ में जीता गोल्ड